चित्तू पांडेय का जीवन परिचय | Chittu Pandey ka jeevan parichay | चित्तू पांडेय की लघु जीवनी हिंदी में |
चित्तू पांडेय का जीवन परिचय | Chittu Pandey ka jeevan parichay | चित्तू पांडेय की लघु जीवनी हिंदी में |
नाम: चित्तू पांडेय
जन्म: 10 मई 1865 ई.
मृत्यु: 6 दिसम्बर 1946 ई.
स्थान: बलिया, उत्तर प्रदेश
पेशा: स्वतंत्रता सेनानी,
चित्तू पांडेय का जीवन परिचय |
चित्तू पाण्डे भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी थे। चित्तू पांडेय को प्यार से शेर-ए-बलिया यानि बलिया का शेर कहते हैं।
चित्तू पाण्डे का जन्म 10 मई 1865 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रत्तूचक गाँव में हुआ था। उन्होने 1942 में बलिया में भारत छोड़ो आन्दोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। चित्तू पांडेय ने 1942 के ब्रिटिश विरोधी आंदोलन में स्थानीय लोगों की फौज बना कर अंग्रेजों को खदेड दिया था। 19 अगस्त,1942 को एक 'राष्ट्रीय सरकार' की घोषणा करके वे उसके अध्यक्ष बने जो कुछ दिन तक बलिया में चित्तू पांडेय का शासन भी चला। बाद में अंग्रेजों द्वारा दबा दी गई। यह सरकार बलिया के कलेक्टर को सत्ता त्यागने एवं सभी गिरफ्तार कांग्रेसियों को रिहा कराने में सफल हुई थी। वे अपने आप को गांधीवादी मानते थे। ब्रिटिश विरोधी आंदोलन में चित्तू पांडेय ने लोगों की फौज बनाकर अंग्रेजों को खदेड़ने का काम किया।
चित्तू पांडेय की मृत्यु को 6 दिसम्बर 1946 में हुई थी।
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