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अशोक चक्रधर का जीवन परिचय | Ashok Chakradhar ka jeevan parichay | अशोक शर्मा की जीवनी हिन्दी में |

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अशोक चक्रधर का जीवन परिचय | Ashok Chakradhar ka jeevan parichay | अशोक शर्मा की जीवनी हिन्दी में |   नाम: अशोक चक्रधर पुरानाम: अशोक शर्मा जन्म: 8 फ़रवरी 1951ई. स्थान: खुर्जा, उत्तर प्रदेश, भारत पिता: डॉ.राधेश्याम "प्रगल्भ" माता: कुसुम प्रगल्भ  पत्नी: बागेश्री चक्रधर शिक्षा: आगरा विश्वविद्यालय (स्नातकोत्तर), दिल्ली विश्वविद्यालय (एम. लिट्.), व्यवसाय: कवि, निबंधकार, साहित्यिक आलोचक, लेखक, निर्देशक प्रसिद्धि: हास्य व्यंग्य कवि पुरस्कार: पद्म श्री, यश भारती पुरस्कार, हास्य-रत्न उपाधि, बाल साहित्य पुरस्कार, निरालाश्री पुरस्कार, शान-ए-हिन्द अवार्ड,। रचनाएँ: कविता संग्रह:- बूढ़े बच्चे, सो तो है, भोले भाले, तमाशा, चुटपुटकुले, हंसो और मर जाओ, खिड़कियाँ, बोल-गप्पे, चुनी चुनाई, सोची समझी, जो करे सो जोकर, मसलाराम,। नाटक:- रंग जमा लो, बिटिया की सिसकियां, बंदरिया चली ससुराल, जब रहा ना कोई चारा, जाने क्या तपके,।  बाल साहित्य:- कोयल का सितार, स्नेहा का सपना, हीरों की छोरी, एक बगिया मैं,।  वयस्क शैक्षिक साहित्य:- नई डगर, बहुत अच्छे, अपाहिज कौन, बादल जाएंगी रेखाएं, घरे ऊपर हंडिया, मजदूर की राह

राणा सांगा का जीवन परिचय | Rana Sanga ka jeevan parichay | राणा संग्राम सिंह की जीवनी हिन्दी में |

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राणा सांगा का जीवन परिचय | Rana Sanga ka jeevan parichay | राणा संग्राम सिंह की जीवनी हिन्दी में |  पूरानाम: राणा संग्राम सिंह उपनाम: महाराणा सांगा, राणा सांगा,  जन्म: 12 अप्रैल 1482 ई. स्थान: चित्तौड़ , मेवाड़मृत मृत्यु: 30 जनवरी 1528 ई. स्थान: कालपी, भारत  पिता: राणा रायमल माता: रतन कुँवर धर्म: हिन्दू धर्म पत्नी: रानी कर्णावती वंश: सिसोदिया वंश उपाधि: हिंदुपत युद्ध: बाडीघाटी का युद्ध 1517, खातोली का युद्ध 1518, बयाना का युद्ध 1527, गागरोन का युद्ध 1519,  👉राणा सांगा ने मुगल सम्राट बाबर से हार गया। 👉राणा सांगा ने मेवाड़ में 1509 से 1528 तक शासन किया।

ई कृष्ण अय्यर का जीवन परिचय | E Krishna Iyer ka jeevan parichay | ई कृष्णा ऐय्यर की जीवनी हिंदी में |

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ई कृष्ण अय्यर का जीवन परिचय | E Krishna Iyer ka jeevan parichay | ई कृष्णा ऐय्यर की जीवनी हिंदी में |   नाम: ई कृष्ण अय्यर जन्म: 9 अगस्त 1897 ई. स्थान: कल्लिडाइकुरची, भारत मृत्यु: जनवरी 1968 ई. स्थान: चेन्नई, भारत शिक्षा: मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज (स्नातक), डॉ. अम्बेडकर गवर्नमेंट लॉ कॉलेज (LLB), संगठन की स्थापना: संगीत अकादमी पुरस्कार: पद्मश्री पुरस्कार 1966, संगीता कलासिखमनी 1957 द इंडियन फाइन आर्ट्स सोसाइटी, चेन्नई द्वारा। ई कृष्ण अय्यर का जीवन परिचय। ई. कृष्णा अय्यर एक भारतीय वकील, स्वतंत्रता-सेनानी, शास्त्रीय कलाकार और कार्यकर्ता थे। वह सादिर के पारंपरिक इसाइवेल्लार अभ्यासकों के अनुयायी थे। जिन्हें भरतनाट्यम या (भारतीय नृत्य) के नाम से भी जाना जाता है। इनको दक्षिण भारत में भरतनाट्यम को लोकप्रिय बनाने का श्रेय दिया जाता हैं क्योंकि भरतनाट्यम एक ऐसी कला थी जो भारत में मरने की स्थिति में आ गयी थी। कृष्णा अय्यर का जन्म 9 अगस्त 1897 को मद्रास प्रेसीडेंसी के कल्लिदाईकुरिची के एक तमिल ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनकी स्कूली शिक्षा अंबासमुद्रम हाई स्कूल में हुई और उन्होंने मद्रास क्रिश्चियन

अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' जी का जीवन परिचय | ayodhya singh upadhyay ka jivan parichay | हरिऔध की जीवनी हिन्दी में |

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  अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' जी का जीवन परिचय | ayodhya singh upadhyay ka jivan parichay | हरिऔध की जीवनी हिन्दी में |  नाम: अयोध्या सिंह उपाध्याय उपनाम: हरि अवध, जन्म: 15 अप्रैल 1865 ई. स्थान: आजमगढ़, ब्रिटिश भारत मृत्यु: 16 मार्च 1947 ई. स्थान: आज़मगढ़, भारत पिता: भोला सिंह उपाध्याय माता: रुक्मणी देवी पत्नी: निर्मला कुमारी भाषा: संस्कृत, उर्दू, फ़ारसी, बांग्ला, अंग्रेजी  पेशा: अध्यापक, लेखक, निबंधकार, विद्वान, कवि,  काल: आधुनिक काल (द्विवेदी युग) शैली: प्रबंध एवं मुक्तक  विषय: गद्य, पद्य, नाटक, उपन्यास, काव्य ग्रन्थ रचनाएँ : काव्य:- प्रियप्रवास, वैदेही वनवास, काव्योपवन, रसकलश, बोलचाल, चोखे चौपदे, चुभते चौपदे, पारिजात, कल्पलता, मर्मस्पर्श, पवित्र पर्व, दिव्य दोहावली, हरिऔध सतसई, पत्र:- पगली का पत्र,  आत्मकथा:- इतिवृत्त,  उपन्यास:- प्रेमकांता, ठेठ हिंदी का ठाठ, अधखिला फूल,  नाटक:- प्रद्युम्न विजय, रुक्मिणी परिचय, अनुवाद:- वेनिस का बाँका, संपादन:- कबीर वचनावली,  कविताएँ:- अनूठी बातें, अपने को न भूलें, अविनय, आती है, आदर्श, आशा, आँसू, उलहना, उलटी समझ, एक बून्द, कर्मवीर, क्या

इनायतुल्ला खान माश़रिकी का जीवन परिचय | Inayatullah Khan Mashriqi ka jeevan parichay | अल्लामा मशरिकी की जीवनी हिन्दी में |

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  इनायतुल्ला खान माश़रिकी का जीवन परिचय | Inayatullah Khan Mashriqi ka jeevan parichay | अल्लामा मशरिकी की जीवनी हिन्दी में |  नाम: इनायतुल्ला खान माश़रिकी उपनाम: अलामा मशरिक़ी जन्म: 25 अगस्त 1888 ई. स्थान: अमृतसर, पंजाब, ब्रिटिश भारत मृत्यु: 27 अगस्त 1963 ई. स्थान: लाहौर, पंजाब (पाकिस्तान) पिता: खान अता मुहम्मद खान  शिक्षा: पंजाब विश्वविद्यालय, क्राइस्ट कॉलेज, कैम्ब्रिज संगठन: खाकसार आंदोलन(1930 - 31लगभग) आंदोलन: भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन, भारत के विभाजन का विरोध 👉अखिल विश्व के विश्वास सम्मेलन के अध्यक्ष, 1937 में। 👉ओरिएंटलिस्ट्स की अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य (लीडेन), 1930में। 👉गणितीय सोसायटी के अध्यक्ष, इस्लामिया कॉलेज, पेशावर 👉रॉयल सोसाइटी ऑफ आर्ट्स के फेलो, 1923 में। 👉दिल्ली विश्वविद्यालय में बोर्ड के सदस्य। इनायतुल्ला खान माश़रिकी का जीवन परिचय। इनायतुल्लाह खान मशरिकी जिन्हें  अल्लामा मशरिक़ी भी बुलाया जाता है। एक पाकिस्तानी गणितज्ञ, तर्कज्ञ, राजनीतिक सिद्धांतवादी, इस्लामी विद्वान और खाकसार आंदोलन के संस्थापक थे। इनायतुल्लाह खान मशरिकी का जन्म 25 अगस्त 1888 को अमृतसर में

अमीर ख़ुसरो का जीवन परिचय | Amir Khusrow ka jeevan parichay | अमीर ख़ुसरो की जीवनी हिन्दी में |

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  अमीर ख़ुसरो का जीवन परिचय | Amir Khusrow ka jeevan parichay | अमीर ख़ुसरो की जीवनी हिन्दी में |  पूरानाम: अबुल हसन यामीन उद-दीन खुसरौ नाम: अमीर ख़ुसरो जन्म: 1253 ई. स्थान: पटियाली (एटा), भारत मृत्यु: 1325 ई. स्थान: दिल्ली, भारत समाधि: दरगाह निज़ामुद्दीन औलिया, नई दिल्ली,  पिता: अमीर सैफ़ उद-दीन महमूद , माता: हज़रत बीबी दौलत नाज़ गुरु: निज़ामुद्दीन औलिया उपाधि: तूती-ए-हिंद  व्यवसाय: सूफी, गायक, कवि, संगीतकार, लेखक, विद्वान विषय: ग़ज़ल, कव्वाली, रुबाई, तराना भाषा: ब्रज भाषा, हिन्दी, फ़ारसी  रचनाएँ: मसनवी किरानुससादैन, मल्लोल अनवर, शिरीन ख़ुसरो, मजनू लैला, आईने-ए-सिकन्दरी, हश्त विहिश, नुह सिफ़िर, खुसरो की पहेलियाँ, खालिकबारी, मुकरिया, श्रृंगारी, दो सुखने, गज़ल, ख़याल, कव्वाली, रुबाई, तुग़लकनामा, बाक़िया नाक़िया, आदि है। 👉अमीर खुसरो की प्रसिद्ध रचना तुगलक नामा है? 👉निज़ामुद्दीन औलिया एक सूफ़ी संत थे। वो अमीर खुसरो के गुरु थे। 👉अमीर खुसरो का दूसरा नाम अबुल हसन यमीनुद्दीन था। 👉खड़ी बोली हिन्दी के प्रथम कवि अमीर खुसरो सूफीयाना कवि थे। 👉अमीर खुसरो को भारत का तोता (तूती-ए-हिंद) कहां जाता

आशा देवी आर्यनायकम् का जीवन परिचय | Asha Devi Aryanakam ka jeevan parichay | आशा देवी आर्यनायकम् की जीवनी हिन्दी में |

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आशा देवी आर्यनायकम् का जीवन परिचय | Asha Devi Aryanakam ka jeevan parichay | आशा देवी आर्यनायकम् की जीवनी हिन्दी में |  नाम: आशा देवी आर्यनायकम् जन्म: 1901 ई. स्थान: लाहौर, ब्रिटिश भारत मृत्यु: 30 जून, 1970 - 72 ई. स्थान: नागपुर , भारत पिता: फणी भूषण अधिकारी माता: सरजुबला देवी पति: ई. आर्यनायकम पुरस्कार: पद्म श्री 1954,  कर्मक्षेत्र: समाजसेवा पेशा: इतिहासकार, स्वतंत्रता सेनानी 👉आशा देवी आर्यनायकम् 'शांतिनिकेतन के स्टाफ में शामिल हो गई थीं। वह बहुत लोकप्रिय हो गई थीं और हर कोई उन्हें 'दीदी' कहता था। आशा देवी आर्ययानाकम का जीवन परिचय। आशा देवी आर्ययानाकम एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद् और गांधीवादी थी। वह महात्मा गांधी के सेवाग्राम और विनोबा भावे के भूदान आंदोलन के साथ जुड़ी हुए थी। आशा देवी आर्यनायकम् का जन्म 1901 में  तत्कालीन ब्रिटिश भारत और वर्तमान पाकिस्तान के लाहौर में प्रोफेसर फणी भूषण अधिकारी और सरजूबाला देवी के घर हुआ था। उन्होंने लाहौर से ही अपनी शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा और कॉलेज की पढ़ाई घर पर ही की और एमए की डिग्री हासिल की जिसके बा

भक्तिकालीन कवि, रहीम खान या अब्दुर्रहीम ख़ानख़ाना | जीवन परिचय | Rahim Khan ka jeevan parichay | रहीम खान की जीवनी हिन्दी में |

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भक्तिकालीन कवि, रहीम खान या अब्दुर्रहीम ख़ानख़ाना | जीवन परिचय | Rahim Khan ka jeevan parichay | रहीम खान की जीवनी हिन्दी में |  पूरानाम: अब्दुर्रहीम ख़ानख़ाना नाम: रहीम खान  जन्म: 17 दिसंबर 1556 ई, स्थान: लाहौर, मुगल साम्राज्य  मृत्यु: 1 अक्टूबर 1627 ई. स्थान: आगरा, भारत पिता: बैरम खान, माता: सुल्ताना बेगम पत्नी: मह बानू बेगम धर्म: इस्लाम, पुरस्कार: ख़ानख़ानाँ  समाधि: अब्दुर्रहीम खान-ए-खाना का मकबरा (दिल्ली)  भाषा: अरबी, तुर्की, फ़ारसी, संस्कृत और हिन्दी प्रसिद्धि: अकबर के नवरत्नों में से एक पेशा: कवि, सेनापति, प्रशासक साहित्यकाल: भक्तिकाल काव्यविषय: नीति, भक्ति, प्रेम, श्रृंगार तथा कृष्ण-विषयक भक्ति, शैली: मुक्तक काव्यभाषा: ब्रजभाषा, पूर्वी अवधी, खड़ी बोली रचनाएँ: रहीम रत्नावली, रहीम विलास, रहिमन विनोद, रहीम 'कवितावली, रहिमन चंद्रिका, रहिमन शतक, ग्रन्थ: नगर शोभा, रहीम दोहावली, बरवै नायिका भेद, मदनाष्टक, श्रंगार-सोरठा, संस्कृत श्लोक  👉भक्तिकालीन हिन्दी साहित्य में कवि रहीम का महत्त्वपूर्ण स्थान है।

स्वतंत्रता सेनानी आचार्य रामदेव का जीवन परिचय | Acharya Ramdev ka jeevan parichay | आचार्य रामदेव की जीवनी हिन्दी में |

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स्वतंत्रता सेनानी आचार्य रामदेव का जीवन परिचय | Acharya Ramdev ka jeevan parichay | आचार्य रामदेव की जीवनी हिन्दी में |  नाम : आचार्य रामदेव जन्म: 31 जुलाई 1881 ई.  स्थान : बजवाड़ा, होशियारपुर, पंजाब,  मृत्यु: 9 दिसंबर 1939 ई.  देहरादून  पिता: लाला चन्दूलाल  शिक्षा: बी.ए., बी.टी. विद्यालय: सेण्ट्रल कॉलेज लाहौर, डी.ए.वी. कॉलेज लाहौर व्यवसाय: आर्यसमाज के नेता, शिक्षाशास्त्री, इतिहासकार, स्वतन्त्रता सेनानी, महान वक्ता थे। स्थापना: कन्या गुरुकुल महाविद्यालय (देहरादून) कृतियाँ: वैदिक धर्म और युवा भारत, पुराण मत पर्यालोचन, आर्य और दस्यु, दिग्विजयी दयानन्द, भारतवर्ष का इतिहास, प्रथम खण्ड, भारतवर्ष का इतिहास, द्वितीय खण्ड, भारतवर्ष का इतिहास, तृतीय खण्ड  👉आचार्य स्वामी जी ने 1933 में देहरादून में कन्या गुरुकुल की स्थापना की। 👉1932 में देश के स्वाधीनता संग्राम में कूद पड़े। 👉आचार्य रामदेव की प्रसिद्ध ग्रन्थ "भारतवर्ष का इतिहास" (इसके तीन खंड हैं प्रथम द्वितीय और तृतीय खंड) है। स्वतंत्रता सेनानी आचार्य रामदेव का जीवन परिचय।  आचार्य रामदेव का जन्म 31 जुलाई 1881 को पंजाब प्रान

असफ अली का जीवन परिचय | Asaf Ali ka jeevan parichay | असफ अली की जीवनी हिन्दी में |

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असफ अली का जीवन परिचय | Asaf Ali ka jeevan parichay | असफ अली की जीवनी हिन्दी में |  नाम: असफ अली जन्म: 11 मई 1888 ई. स्थान: बिजनौर, उत्तर प्रदेश, भारत मृत्यु: 2 अप्रैल 1953 ई. स्थान: बर्न, स्विट्जरलैंड पत्नी: अरुणा आसफ़ अली शिक्षा: सेंट स्टीफ़न कॉलेज, दिल्ली पेशा: वकील, कार्यकर्ता, राजदूत पुस्तकें: गांधी का जीवन और मृत्यु: मानव जाति के लिए इसका अर्थ। 👉ओडिशा के राज्यपाल 18 जुलाई 1951 से 6 जून 1952 तक। 👉स्विट्जरलैंड में भारत के राजदूत 1952 से 1953 तक। 👉संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के  प्रथम राजदूत 1947 में बाने। असफ अली का जीवन परिचय। असफ अली एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और प्रसिद्ध भारतीय वकील थे। वह भारत से संयुक्त राज्य अमेरिका के पहले राजदूत थे। इन्होंने ओडिशा के राज्यपाल के रूप में भी कार्य किया था। असफ अली का जन्म 11 मई 1888 ईस्वी को ब्रिटिश भारत में जिला बिजनौर के नगर स्योहारा  उत्तर प्रदेश में हुआ था। आसफ़ अली की शिक्षा दिल्ली के सेंट स्टीफ़न कॉलेज में हुई। उन्हें इंग्लैंड के लिंकन इन से बार में बुलाया गया था। 1914 में ओटोमन साम्राज्य पर ब्रिटिश हमले का भारतीय मुस्लिम समुदा

भारतेंदु हरिश्चंद्र का जीवन परिचय और रचनाएँ | Bharatendu Harishchandra ka jeevan parichay | बाबू भारतेन्दु हरिश्चंद्र की जीवनी हिन्दी में |

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भारतेंदु हरिश्चंद्र का जीवन परिचय और रचनाएँ | Bharatendu Harishchandra ka jeevan parichay | बाबू भारतेन्दु हरिश्चंद्र की जीवनी हिन्दी में |  पूरानाम : बाबू भारतेन्दु हरिश्चंद्र नाम : भारतेंदु हरिश्चंद्र जन्म : 9 सितम्बर 1850 ई. स्थान : वाराणसी, भारत मृत्यु : 6 जनवरी 1885 ई. स्थान :  वाराणसी, भारत पिता: गोपाल चंद्र माता: पार्वती देवी पत्नी: मत्रा देवी। शिक्षा : स्वाध्याय के द्वारा विभिन्न भाषाओं का ज्ञानार्जन। पेशा : कवि लेखक, रंगकर्मी, देशहितचिन्तक पत्रकार भाषा : ब्रजभाषा एवं खड़ी बोली शैली : मुक्तक। विषय : आधुनिक हिन्दी साहित्य उल्लेखनीय कार्य:  अंधेर नगरी लेखन विधा: कविता, नाटक, एकांकी, निबन्ध, उपन्यास, पत्रकारिता। रचनाएँ: कविता -: प्रेम मलिका 1872, प्रेम माधुरी 1875, प्रेम तरंग 1877, होली 1874, मधुमुकुल 1881, राग संग्रह 1880, फूलों का गुच्छ 1882, विनय प्रेम पचासा 1881, चंद्रावली 1876, कृष्णचरित्र 1883, नाटक -: वैदिकी हिंसा हिंसा न भवति 1873, सत्य हरिश्चन्द्र 1875, श्री चंद्रावली 1876, भारत दुर्दशा 1880, नीलदेवी 1881, अंधेर नगरी 1881, प्रेमजोगिनी 1875,  निबंध संग्रह- : भारतेंदु ग्

रानी अवंतीबाई लोधी का जीवन परिचय | Avantibai ka jeevan parichay | अवंतीबाई की जीवनी हिन्दी में |

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रानी अवंतीबाई लोधी का जीवन परिचय | Avantibai ka jeevan parichay | अवंतीबाई की जीवनी हिन्दी में | नाम: रानी अवंतीबाई लोधी जन्म: 16 अगस्त 1831 ई. स्थान: मनखेड़ी, सिवनी(MP) मृत्यु: 20 मार्च 1858 ई. स्थान: देवहारगढ़, M.P पिता: जमींदार राव जुझार सिंह पति: महाराजा विक्रमादित्य सिंह पहली लड़ाई: मंडला के पास खैरी गांव में हुई (1857) 👉अवंतीबाई रामगढ़ के राजा विक्रमादित्य की रानी थी। 👉महारानी अवंतीबाई ने 1857 ई : की क्रांति में अंग्रेजों के साथ बहादुरी से डटकर सामना किया था। रानी अवंतीबाई लोधी का जीवन परिचय। अवंतीबाई लोधी का जन्म 16 अगस्त 1831 को ग्राम मनकेहड़ी जिला सिवनी में जमींदार राव जुझार सिंह के घर लोधी परिवार में हुआ था। उनका विवाह रामगढ़ के राजा लक्ष्मण सिंह के पुत्र राजकुमार विक्रमादित्य सिंह लोधी से हुआ था। उनके दो बच्चे थे। कुँवर अमन सिंह और कुँवर शेर सिंह। 1850 में राजा लक्ष्मण सिंह की मृत्यु हो गयी और राजा विक्रमादित्य ने राजगद्दी संभाली। जब राजा बीमार हुए तो उनके दोनों बेटे अभी नाबालिग थे। एक रानी के रूप में उन्होंने राज्य मामलों का कुशलतापूर्वक संचालन किया। महारानी अवंतीबाई लोधी

आलेख पत्रा का जीवन परिचय | Alekh Patra ka jeevan parichay | आलेख पत्रा की जीवनी हिन्दी में |

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आलेख पत्रा का जीवन परिचय | Alekh Patra ka jeevan parichay | आलेख पत्रा की जीवनी हिन्दी में |  नाम: आलेख पत्रा जन्म: 01 जुलाई 1923 ई. स्थान: पुरी, भारत  मृत्यु: 17 नवम्बर 1999 ई. स्थान: संबलपुर, भारत जाति: ओडिया,  शिक्षा: बी.ए,  शिक्षा की जगह: कटक पत्नी: भगवती पत्र पुरस्कार: ताम्रपत्र प्रसिद्धि: भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की अध्यक्षता, सत्याग्रह अहिंसा या अहिंसा का दर्शन। शांतिवाद आलेख पत्रा का जीवन परिचय  भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले नेता आलेख पत्रा का जन्म 1 जुलाई 1923 को पुरी जिला, ओडिशा राज्य में हुआ था। और उनकी मृत्यु 17 नवम्बर 1999 को संबलपुर जिला, ओडिशा में हुआ था। ब्रिटिश शासनरत भारत में भारतीय राष्ट्रवाद का एक प्रमुख नेता थे। अहिंसक नागरिक अवज्ञा को नियोजित करते हुए। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और नागरिक अधिकारों के लिए पर्यावरण संरक्षण आंदोलनों को प्रेरित किया। आलेख पत्रा 18 साल की उम्र में स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, उन्होंने अपने दोस्तों के साथ ब्रिटिश राज के विरोध में निमापाड़ा के पुलिस स्टेशन को जला दिया। इस

मोरारी बापू का जीवन परिचय | Murari Bapu ka jeevan parichay | मोरारी बापू की जीवनी हिन्दी में |

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मोरारी बापू का जीवन परिचय | Murari Bapu ka jeevan parichay | मोरारी बापू की जीवनी हिन्दी में |  पूरानाम: मोरारीदास प्रभुदास हरियाणी उपनाम: मोरारी बापू जन्म्: 25 सितंबर 1946 ई. स्थान: तलगाजराडा-महुवा, गुजरात पिता: प्रभुदास बापू हरियाणी पत्नी: नर्मदाबेन माता: सविरा बेन शिक्षा: शाहपुर कॉलेज जूनागढ़ धर्म: हिन्दू, राष्ट्रीयता: भारतीय व्यवसाय: रामचरितमानस के कथाकार  

योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय | Yogi Adityanath का जीवन परिचय | योगी आदित्यनाथ की जीवनी हिन्दी में |

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योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय | Yogi Adityanath का जीवन परिचय | योगी आदित्यनाथ की जीवनी हिन्दी में |  पूरानाम: अजय सिंह बिष्ट उपनाम: योगी आदित्यनाथ, जन्म: 05 जून 1972 ई. स्थान: पौडी गढ़वाल,उत्तराखंड पिता: आनंद सिंह बिष्ट माता: सावित्री देवी  गुरु: महंत अवैद्यनाथ धर्म: हिंदू , जाती: ठाकुर शिक्षा: गणित में स्नातक (B.sc) विद्यालय: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय पार्टी: भारतीय जनता पार्टी पेशा: राजनीतिज्ञ, साधु प्रसिद्ध: UP मे गुंडों का सफाया करने के लिए। संगठन की स्थापना: हिंदू युवा वाहिनी 2002,  👉1998 में पहली बार सांसद बने। 👉हिंदू युवा वाहिनी एक हिंदू युवा धार्मिक समूह की स्थापना अप्रैल 2002 में राम नवमी के दिन योगी आदित्यनाथ द्वारा की गई थी। 👉19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश के 21वें मुख्यमंत्री बने, पुनः 2022 में (अब तक) 👉उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य 18 सितंबर 2017 से 22 मार्च 2022 तक। 👉गोरखपुर से संसद के लिए लगातार पांच बार (1998, 1999, 2004, 2009, 2014) में चुने गए।

अरुणा आसफ़ अली या अरुणा गांगुली का जीवन परिचय | Aruna Asif Ali ka jeevan parichay | अरुणा गांगुली की जीवनी हिन्दी में |

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  अरुणा आसफ़ अली या अरुणा गांगुली का जीवन परिचय | Aruna Asif Ali ka jeevan parichay | अरुणा गांगुली की जीवनी हिन्दी में | पूरानाम: अरुणा आसफ़ अली अन्यनाम: अरुणा गांगुली, ग्रैंड लेडी जन्म: 16 जुलाई 1909 ई. स्थान: कालका, भारत मृत्यु: 29 जुलाई 1996 ई. स्थान: नई दिल्ली, भारत  पिता: उपेन्द्रनाथ गांगुली,  माता: अम्बालिका देवी पत्नी: असफ अली  धर्म: हिन्दू  शिक्षा: ऑल सेंट्स कॉलेज नैनीताल,  कॉन्वेंट ऑफ सेक्रेड हार्ट लाहौर पेशा: स्वतंत्रता सेनानी, अध्यापक पुस्तकें: एक राष्ट्र के विचार: अरुणा आसफ अली, भारतीय महिलाओं का पुनरुत्थान  पुरस्कार: लेनिन शांति पुरस्कार 1964, जवाहरलाल नेहरू अंतर्राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार 1991, पद्म विभूषण 1992, इंदिरा गांधी पुरस्कार, भारत रत्न 1997,  👉1942 ई. के ‘अंग्रेज़ों भारत छोड़ो’  आंदोलन में विशेष योगदान था। 👉1975 में शांति एवं सौहार्द के क्षेत्र में लेनिन प्राइज़ से सम्मानित किया गया। 👉1948 ई. में श्रीमती अरुणा आसफ़ अली 'सोशलिस्ट पार्टी' में सम्मिलित हुई। 👉1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान बॉम्बे के गोवालिया टैंक मैदान में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहर

बहुजन समाज पार्टी के अध्यक्ष, मायावती का जीवन परिचय | maayaavatee ka jeevan parichay |कुमारी मायावती की जीवनी हिन्दी में |

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  बहुजन समाज पार्टी के अध्यक्ष, मायावती का जीवन परिचय | maayaavatee ka jeevan parichay |कुमारी मायावती की जीवनी हिन्दी में | पूरा नाम: कुमारी मायावती दास उपनाम: बहनजी, मायावती जन्म: 15 जनवरी 1956 ई. स्थान: नई दिल्ली, भारत निवास: लखनऊ, उत्तर प्रदेश,  पिताः प्रभु दास, माता: राम रति जाति: अनुसूचित जाति (एससी) वैवाहिक स्थिति: अविवाहित शिक्षा: बीए, बी.एड.,एलएलबी विद्यालय: विधि संकाय, दिल्ली विश्वविद्यालय, कालिंदी कॉलेज मेरठ विश्वविद्यालय पेशा: वकील, राजनीतिज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता। पार्टी: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) संगठन की स्थापना: महागठबंधन पिछले कार्यालय: राज्य सभा सदस्य 2012 से 2017 👉उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, प्रथम बार 3 जून 1995 से 18 अक्टूबर 1995 तक। दूसरी बार 21 मार्च 1997 से 21 सितम्बर 1997 तक, तीसरी बार 3 मई 2002 से 29 अगस्त 2003 तक, चौथी बार 13 मई 2007 से 15 मार्च 2012 तक। 👉मायावती पहली बार भाजपा के समर्थन से उत्तर प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री 3 जून 1995 सें 18 अक्टूबर 1995 तक मुख्यमंत्री रहीं। 👉बहुजन समाज पार्टी के अध्यक्ष 18 सितम्बर 2003 को पदभार ग्रहण किया। 👉राज्य सभा संस

अम्मु स्वामीनाथन का जीवन परिचय | Ammu Swaminathan ka jeevan parichay | अम्मु स्वामीनाथन की जीवनी हिन्दी में |

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अम्मु स्वामीनाथन का जीवन परिचय | Ammu Swaminathan ka jeevan parichay | अम्मु स्वामीनाथन की जीवनी हिन्दी में |  नाम: अम्मु स्वामीनाथन जन्म: 22 अप्रैल, 1894 ई. स्थान: मालाबार, ब्रिटिश भारत निधन: 4 जुलाई 1978 ई. स्थान: केरल, भारत पिता: गोविंदा मेनन  पति: सुब्बाराम स्वामीनाथन प्रसिद्धि: राजनीतिज्ञ पार्टी: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस संगठन की स्थापना: मद्रास फिल्म सोसायटी 👉लोकसभा संसद सदस्य, कार्यालय 1951 से 1957 तक। 👉भारत स्काउट्स और गाइड्स के दूसरे अध्यक्ष नवंबर 1960 से मार्च 1965 तक। 👉भारतीय संविधान को बनाने में सहयोग देने वाली समिति में 15 महिलाओं में से एक थी। 👉1917 में मद्रास में अम्मू स्वामीनाथन ने 'महिला भारत संघ' का गठन किया।  👉1975 में 'मदर ऑफ द ईयर' के रूप में भी चुना गया। 👉1952 में, अम्मू स्वामीनाथन को मद्रास राज्य से राज्य सभा का सदस्य चुना गया । अम्मु स्वामीनाथन का जीवन परिचय।  अम्मू स्वामीनाथन या एवी अम्माकुटी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिक कार्यकर्ता, संविधान सभा की सदस्य थी। और भारत की संविधान सभा के लिए चुनी ज

गोवर्धन मठ के शंकराचार्य, स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का जीवन परिचय | Nischalananda Saraswati ka jeevan parichay |

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गोवर्धन मठ के शंकराचार्य, स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का जीवन परिचय | Nischalananda Saraswati ka jeevan parichay |  नाम: श्री निश्चलानंद सरस्वती जन्म: 30 जून,1943 ई. स्थान: हरिपुर,बिहार,भारत पिताः श्री लालबंशी झा  माताः श्रीमती गीतादेवी गुरु: स्वामी करपात्री धर्म: हिन्दू धर्म  राष्ट्रीयता: भारतीय आदेश: गणितज्ञ वेदांत, स्मार्ट दर्शन: अद्वैत वेदांत, अद्वैतवाद 👉गोवर्धन मठ के वर्तमान में 145 वें शंकराचार्य।

भारत के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी का जीवन परिचय | Nitin Gadkari ka jeevan parichay | नितिन गड़करी की जीवनी हिन्दी में |

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भारत के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी का जीवन परिचय | Nitin Gadkari ka jeevan parichay | नितिन गड़करी की जीवनी हिन्दी में |   पूरानाम: नितिन जयराम गडकरी नाम: नितिन गड़करी जन्म: 27 मई, 1957 ई. स्थान: नागपुर, भारत पत्नी: कंचन गड़करी माता: भानुताई गडकरी पिता: जयराम रामचंद्र गडकरी शिक्षा: एमकॉम, एलएलबी और व्यवसाय प्रबंधन में डिप्लोमा विद्यालय: नागपुर विश्वविद्यालय और यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लॉ, नागपुर पेशा: व्यवसायी, राजनीतिज्ञ, वकील  पार्टी: भारतीय जनता पार्टी कार्यालय: 2014 से लोकसभा सदस्य पुस्तकें: इंडिया एस्पायर्स: रिडिफाइनिंग पॉलिटिक्स ऑफ डेवलपमेंट 👉पॉली सेक इंडस्ट्रियल सोसाइटी लिमिटेड के संस्थापक व अध्यक्ष है। 👉सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री 26 मई 2014 को पदभार ग्रहण किया। 👉सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रीकार्यालय में 30 मई 2019 से 7 जुलाई 2021 तक। 👉जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री 3 सितंबर 2017 से 30 मई 2019 तक। 👉ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री 4 जून 2014 से 9 नवंबर 2014 तक। 👉भारतीय जनता पार्टी के 9वें अध्यक्ष 23 दिसंबर 2009 से 23 जनवरी 2013 तक। 👉

अम्बिका चक्रवर्ती का जीवन परिचय | Ambika Chakraborty ka jeevan parichay | अम्बिका चक्रवर्ती की जीवनी हिन्दी में |

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अम्बिका चक्रवर्ती का जीवन परिचय | Ambika Chakraborty ka jeevan parichay | अम्बिका चक्रवर्ती की जीवनी हिन्दी में |  नाम: अम्बिका चक्रवर्ती  जन्म : जनवरी 1892 ई. स्थान: चटगांव, ब्रिटिश भारत निधन: 6 मार्च, 1962 ई. स्थान: कोलकाता, भारत पिता: नंद कुमार चक्रवर्ती पार्टी: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कार्य: दो दलों का किया गठन, अंग्रेजों के खिलाफ जंग 👉 1924 और 1949 में जेल गए 'कम्युनिस्ट पार्टी' के सदस्य बने। 👍1952 में पश्चिम बंगाल विधानसभा के सदस्य चुने गए। अम्बिका चक्रवर्ती का जीवन परिचय। अम्बिका चक्रवर्ती भारत के प्रसिद्ध क्रान्तिकारी वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता और पश्चिम बंगाल विधान सभा के सदस्य थे। चटगाँव (बंगाल) शस्त्रागार केस के प्रसिद्ध क्रान्तिकारी और कम्युनिस्ट नेता अंबिका चक्रवर्ती का जन्म 1892 ई. में म्यांमार में हुआ था। बाद में उनका परिवार चटगाँव में आकर रहने लगा। अंबिका के ऊपर उस समय के क्रान्तिकारियों और स्वामी विवेकानन्द के विचारों का बड़ा प्रभाव पड़ा। उनके विचार और कार्य क्रान्तिकारी थे। पर प्रकट रूप से उन्होंने कांग्रेस संगठन से भी निकट का सम्बन्ध रखा। शीघ्र ही

अम्बालाल साराभाई का जीवन परिचय | Ambalal Sarabhai ka jeevan parichay | अम्बालाल साराभाई की जीवनी हिन्दी में |

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अम्बालाल साराभाई का जीवन परिचय | Ambalal Sarabhai ka jeevan parichay | अम्बालाल साराभाई की जीवनी हिन्दी में |  नाम: अम्बालाल साराभाई जन्म: 23 फरवरी 1890 ई. निधन: 13 जुलाई, 1967 ई. पत्नी: सरलादेवी साराभाई संगठन की स्थापना: शेठ चिमनलाल नागिनदास विद्यालय अम्बालाल साराभाई का जीवन परिचय । अंबालाल साराभाई एक भारतीय उद्योगपति, परोपकारी, संस्था निर्माता और महात्मा गांधी के समर्थक थे। अम्बालाल साराभाई का जन्म 23 फरवरी 1890 मे साराभाई मगनभाई और गोदावरीबा के यहाँ चंद्र-सूरज महल खानपुर में हुआ था। गोदावरीबा का यह दृढ़ विश्वास था। कि अंबालाल का जन्म देवता अंबाजीमाता की कृपा से हुआ था। और इसलिए उन्हें 'अंबाला' नाम दिया गया था। उन्होंने 1907 में गुजरात कॉलेज में प्रवेश लिया था। 1910 में उन्होंने रेवा (श्री हरिलाल गोसालिया की बेटी) से शादी की। जिसका नाम बदलकर सरलादेवी साराभाई कर दिया गया।अम्बालाल और सरलादेवी के आठ बच्चे थे। 1922 में जब साराभाई इंग्लैंड से अहमदाबाद लौटे तो उन्होंने आधुनिक तकनीकों और विभिन्न विचारों को पेश किया। जिससे कपड़ा निर्माण उद्योग में कई नवाचार हुए। 1943 में साराभाई ने ब

सुधांशु त्रिवेदी का जीवन परिचय | sudhanshu trivedi ka jeevan parichay | सुधांशु त्रिवेदी की जीवनी हिन्दी में

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  सुधांशु त्रिवेदी का जीवन परिचय | sudhanshu trivedi ka jeevan parichay | सुधांशु त्रिवेदी की जीवनी हिन्दी में  नाम: सुधांशु त्रिवेदी जन्म: 20 अक्टूबर, 1970 ई. स्थान: लखनऊ, भारत पत्नी: शालिनी त्रिवेदी शिक्षा: मैकेनिकल इंजीनियरिंग, पीएचडी विद्यालय: जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय  पार्टी: भारतीय जनता पार्टी पेशा: राजनैतिक सलाहकार, 

अमीर चंद बोम्बवाल का जीवन परिचय | Ameer Chand Bombwal ka jeevan parichay | अमीरचंद बोम्बवाल की जीवनी हिन्दी में |

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  अमीर चंद बोम्बवाल का जीवन परिचय | Ameer Chand Bombwal ka jeevan parichay | अमीरचंद बोम्बवाल की जीवनी हिन्दी में | नाम: अमीर चंद बोम्बवाल  जन्म: 8 अगस्त 1893 ई. स्थान: पंजाब, भारत मृत्यु: 10 फरवरी 1972 ई. स्थान: दिल्ली, भारत पेशा: पत्रकार, स्वतन्त्रता सेनानी, नेता पार्टी: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस  अमीर चंद बोम्बवाल का जीवन परिचय | अमीर चंद बोमवाल का जन्म 8 अगस्त 1893 में पंजाब में हुआ था। अमीर चंद बोम्बवाल भारत के एक पत्रकार, स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी, खुदाई खिदमतगार, तथा पेशावर के  भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक नेता थे। वह द फ्रंटियर मेल नामक साप्ताहिक समाचार पत्र के संस्थापक, संपादक और प्रकाशक थे। और  खान अब्दुल गफ्फार खान के करीबी सहयोगी थे। जिनके बारे में दावा किया गया है कि उन्होंने 'फ्रंटियर गांधी' नाम दिया था। बोम्बवाल अल्पकालिक उर्दू भाषा के स्वराज्य साप्ताहिक समाचार पत्र के अंतिम संपादक थे। जो 1907 और 1911 के बीच इलाहाबाद में भारत माता सोसाइटी द्वारा प्रकाशित हुआ था। इस अखबार ने ब्रिटिश राज शासन के खिलाफ एक तीखा अभियान चलाया, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के एक

अमरनाथ विद्यालंकार का जीवन परिचय | Amarnath Vidyalankar ka jeevan parichay | विद्यालंकार की जीवनी हिन्दी में |

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अमरनाथ विद्यालंकार का जीवन परिचय | Amarnath Vidyalankar ka jeevan parichay | विद्यालंकार की जीवनी हिन्दी में |  नाम: अमरनाथ विद्यालंकार जन्म: 8 दिसम्बर 1901ई. स्थान: भेड़ा, शाहपुर, ब्रिटिश भारत  मृत्यु: 21 सितम्बर 1985 ई. स्थान: नई दिल्ली, भारत पत्नी: शान्ता देवी शिक्षा: गुरुकुल कांगड़ी मानित विश्वविद्यालय, हरिद्वार पार्टी: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस प्रसिद्धि: स्वतंत्रता सेनानी, पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता जेल यात्रा: 'किसान आंदोलन' 1941 में और 'भारत छोड़ो आंदोलन' 1942 में जेल यात्रा की।रचनाएँ: भारत का इतिहास, आज का मानव समाज, मानव संघर्ष, सोशल एजुकेशन इन इंडिया 👉प्रथम लोक सभा में सांसद कार्यकाल 15 अप्रैल 1952 से 4 अप्रैल 1957 तक। 👉पंजाब विधानसभा के मंत्री कार्यकाल 1957 से 1962 तक। 👉तीसरी लोकसभा में सांसद कार्यकाल 2 अप्रैल 1962 से 3 मार्च 1967 तक। 👉 पाँचवीं लोकसभा के सांसद कार्यकाल 15 मार्च 1971 से 18 जनवरी 1977 तक। अमरनाथ विद्यालंकार का जीवन परिचय।  विद्यालंकार का जन्म 8 दिसंबर 1901 को  विभाजन पूर्व भारत के भेरा, शाहपुर जिले में हुआ था। वह अरुरी मल के पुत्र थे। विद

अमरचन्द बांठिया का जीवन परिचय | amarachand baanthiya ka jeevan parichay | सेठ अमरचंद बांठिया जैन की जीवनी हिन्दी में |

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अमरचन्द बांठिया का जीवन परिचय | amarachand baanthiya ka jeevan parichay | सेठ अमरचंद बांठिया जैन की जीवनी हिन्दी में |  नाम: अमरचन्द बांठिया जन्म: 1793 ई. बीकानेर, राजस्थान मृत्यु: 22 जून 1858 ई. ग्वालियर पिता: अबीरचंद भाटिया पेशा: स्वतंत्रता सेनानी, गंगाजलि कोषाध्यक्ष धर्म: जैन, हिन्दू बलिदान दिवसः हर वर्ष 22 जून को अमरचन्द बांठिया का जीवन परिचय । अमरचन्द बांठिया या सेठ अमरचंद बांठिया जैन का जन्म 1793 में बीकानेर राजस्थान में हुआ था। अमरचन्द बांठिया ने देश के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा शुरू से ही उनमें था। बाल्यकाल से ही उन्होंने ठान रखा था। कि देश की आन-बान और शान के लिए कुछ कर गुजरना है। इतिहास में स्वर्गीय अमरचंद के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं मिलती। लेकिन कहा जाता है। कि पिता के व्यावसायिक घाटे ने बांठिया परिवार को राजस्थान से ग्वालियर कूच करने के लिए मजबूर कर दिया। और यह परिवार सराफा बाजार में आकर बस गया।ग्वालियर की तत्कालीन सिंधिया रियासत के महाराज ने उनकी कीर्ति से प्रभावित होकर उन्हें राजकोष का कोषाध्यक्ष बना दिया। उनकी सादगी, सरलता तथा कर्तव्य परायणता के सभी कायल थे। स

अमर नाग का जीवन परिचय | Dr. Amar Nag ka jeevan parichay | डॉ.अमर नाग की जीवनी हिन्दी में |

 अमर नाग का जीवन परिचय | Dr. Amar Nag ka jeevan parichay | डॉ.अमर नाग की जीवनी हिन्दी में |  नाम: अमर नाग जन्म: अक्टूबर 1917 ई. बर्मा निधन: नवंबर 1968 ई.  संगठन की स्थापना: कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ बर्मा (CPB) डॉ.अमर नाग का जीवन परिचय । अमर नाग भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक क्रांतिकारी थे। अमर नाग का जन्म 1917 में बर्मा में हुआ था। अमर नाग उर्फ ​​'येबाव तुन माउंग' या 'यू हला' बर्मा में कम्युनिस्ट आंदोलन के संस्थापक नेताओं में से एक थे। डॉ. नाग बर्मी स्वतंत्रता के संघर्ष में सक्रिय थे। वह बर्मा की कम्युनिस्ट पार्टी के एक महत्वपूर्ण नेता थे। अमर नाग बंगाली मूल के थे। वह बर्मा में सक्रिय बंगाली क्रांतिकारी समूहों में शामिल थे। 15 अगस्त 1939 को नाग ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ बर्मा (सीपीबी) की स्थापना बैठक में भाग लिया। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान वे अध्ययन हेतु भारत आये। वहां उन्होंने एमबीबीएस की डिग्री हासिल की। भारत में अपने प्रवास के दौरान वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी में सक्रिय थे। और उन्होंने बंगाल चिकित्सा राहत शिविर और समन्वय समिति के क्षेत्रीय कार्य का नेतृत्व किया। वह

अब्दुल रहमान ख़ाँ का जीवन परिचय | Abdur Rahman Khan ka jeevan parichay | अब्दुल रहमान ख़ान की जीवनी हिन्दी में

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अब्दुल रहमान ख़ाँ का जीवन परिचय | Abdur Rahman Khan ka jeevan parichay |  नाम: अब्दुल रहमान ख़ाँ जन्म्: 1840 से 1844 ई. के बीच  स्थान: काबुल, अफगानिस्तान मृत्यु: 1 अक्टूबर 1901ई. स्थान: ज़र्नगर पार्क, काबुल, पिता: मोहम्मद अफ़ज़ल खान पत्नी: बाबो जान स्थापना: 1946 में मारवाड़ जंक्शन कांग्रेस कमेटी की स्थापना अब्दुल रहमान ख़ाँ का जीवन परिचय । अब्दुर रहमान खान एक पश्तून थे। जिनका जन्म 1844 में काबुल में हुआ था। उन्होंने अपनी युवावस्था का अधिकांश समय  अपने पिता मोहम्मद अफजल खान के साथ बल्ख में बिताया। अब्दुर रहमान की मृत्यु 1 अक्टूबर 1901 को उनके ग्रीष्मकालीन महल के अंदर हो गई। उनको विशेषणों, द आयरन अमीर, या द ड्रैकुला अमीर, से भी जाना जाता है। सन् 1880 से 1901 में अपनी मृत्यु तक अफगानिस्तान के अमीर थे। उन्हें वर्षों की आंतरिक लड़ाई और ब्रिटिश भारत के साथ डूरंड रेखा समझौते पर बातचीत के बाद देश को एकजुट करने के लिए जाना जाता है। अब्दुल रहमान ख़ाँ मारवाड़ जंक्शन (राजस्थान) निवासी भारत के उन स्वतन्त्रता सेनानियों में से एक हैं। जिन्होंने स्वतन्त्रता के साथ-साथ जन सेवा का भी व्रत लिया था। सन् 1

अब्दुल मजीद ख्वाजा का जीवन परिचय | Abdul Majeed Khawaja ka jeevan parichay | अब्दुल मजीद ख्वाजा की जीवनी हिन्दी में

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अब्दुल मजीद ख्वाजा का जीवन परिचय | Abdul Majeed Khawaja ka jeevan parichay |  नाम: अब्दुल मजीद ख्वाजा जन्म: 1885 ई. स्थान: अलीगढ, भारत निधन: 2 दिसंबर, 1962 ई. स्थान: अलीगढ़, भारत पिता: ख्वाजा मुहम्मद यूसुफ  पत्नी: बेगम खुर्शीद ख्वाजा विद्यालय: कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय शिक्षा: स्नातक व्यवसाय: वकील, शिक्षाविद्, समाज सुधारक संगठन की स्थापना: जामिया मिलिया इस्लामिया अब्दुल मजीद ख्वाजा का जीवन परिचय | अब्दुल मजीद ख्वाजा अलीगढ़ के एक भारतीय वकील, शिक्षाविद्, समाज सुधारक और स्वतंत्रता सेनानी थे। 1920 में, उन्होंने अन्य लोगों के साथ मिलकर जामिया मिलिया इस्लामिया की स्थापना की और बाद में इसके कुलपति और चांसलर के रूप में कार्य किया। और इनका जन्म उत्तरी भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण शहर अलीगढ़ में 1885 में पैदा हुऐ थे।  अब्दुल मजीद को पारंपरिक रूप से निजी शिक्षकों द्वारा घर पर शिक्षित किया गया था। जिन्होंने उन्हें कुरान, अरबी, उर्दू, फारसी और सामाजिक शिष्टाचार इत्यादि सिखाया था। हालांकि उनके पिता 'ख्वाजा मुहम्मद यूसुफ' ने यह सुनिश्चित किया। कि उनके बेटे को आधुनिक

मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का जीवन परिचय | maulaana abul kalaam aazaad ka parichay | मौलाना आज़ाद की जीवनी हिन्दी में

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  मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का जीवन परिचय | maulaana abul kalaam aazaad ka parichay  असली नाम: सैय्यद गुलाम मुहिउद्दीन अहमद बिन खैरुद्दीन अल हुसैनी  नाम: मौलाना आज़ाद जन्म: 11 नवंबर 1888 ई. स्थान: मक्का (सऊदी अरब) निधन: 22 फरवरी 1958 ई. स्थान: दिल्ली, भारत पिता: मुहम्मद खैरुद्दीन,  माता: आलिया,  पत्नी: ज़ुलेखा बेगम, शिक्षा: अल-अज़हर विश्वविद्यालय (1905 - 1907)    पेशा: धर्मशास्त्री, विद्वान, राजनीतिक कार्यकर्ता पार्टी: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पुरस्कार: भारत रत्न (मरणोपरांत 1992),  रचनाएं: नेरंग ए आलम (मुक्त आचरण), लिसान उस सिदुक (सत्य की आवाज), 👉 भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री 15 अगस्त 1947 से 2 फरवरी 1958 तक। 👉भारत की संविधान सभा के सदस्य नवंबर 1946 से 26 जनवरी 1950 तक। 👉भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष 1923 से 1924 और 1940 से 1946 तक। मौलाना आज़ाद का जीवन परिचय।  मौलाना आज़ाद एक भारतीय स्वतंत्रता कार्यकर्ता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे। स्वतंत्रता के बाद, वह भारत सरकार में पहले शिक्षा मंत्री बने। उन्हें आम तौर पर मौलाना आज़ाद के नाम से जाना जाता है। भारत में शिक्षा

अनुग्रह नारायण सिंह का जीवन परिचय | Dr. Anugrah Narayan Singh ka jeevan parichay | डॉ अनुग्रह नारायण सिंह की जीवनी हिन्दी में

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  अनुग्रह नारायण सिंह का जीवन परिचय | Dr. Anugrah Narayan Singh ka jeevan parichay |  नाम: अनुग्रह नारायण सिंह उपनाम: बिहार विभूति जन्म: 18 जून,1887 ई. स्थान: बिहार, भारत मृत्यु: 5 जुलाई, 1957 ई. स्थान: पटना, भारत  पिता: विशेश्वर दयाल सिंह शिक्षा: स्नातक, बी. एल., क़ानून में मास्टर डिग्री और डॉक्टरेट विद्यालय: पटना विश्वविद्यालय, कलकत्ता विश्वविद्यालय, प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय पार्टी: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पद: बिहार के प्रथम उप मुख्यमंत्री कार्यकाल: 1946 से 1957 पुरस्कार: बिहार विभूति पेशा: स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ, राष्ट्रवादी योगदान: भारत की स्वतन्त्रता, अहिंसक आन्दोलन,  सत्याग्रह 👉बिहार के पहले उप मुख्यमंत्री, बिहार के पहले श्रम मंत्री, बिहार के पहले वित्त मंत्री, 02 अप्रैल 1946  से 05 जुलाई,1957 तक। 👉बिहार प्रान्त के वित्त मंत्री, 20 जुलाई, 1937 से  31 अक्टूबर 1939 तक। 👉 केन्द्रीय विधान सभा के सदस्य 1923 से 1926 और 1926 से 1930 तक। अनुग्रह नारायण सिंह का जीवन परिचय  डॉ. अनुग्रह नारायण सिन्हा को अपने समय के प्रख्यात राष्ट्रवादियों में स्थान दिलाने वाले गुण नैतिक