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शिवशंकर मेनन का जीवन परिचय ।Shivshankar Menon ka jeevan parichay | शिवशंकर मेनन की जीवनी हिन्दी में |

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  शिवशंकर मेनन का जीवन परिचय ।Shivshankar Menon ka jeevan parichay | शिवशंकर मेनन की जीवनी हिन्दी में | नाम: शिवशंकर मेनन जन्म: 5 जुलाई, 1949 ई.  स्थान: पेरिस, फ़्रांस पत्नी: मोहिनी मेनन  पिता: परप्पिल नारायण मेनन शिक्षा: सिंधिया स्कूल ग्वालियर, दिल्ली विश्वविद्यालय, सेंट स्टीफंस कॉलेज (एमए) पेशा: राजनयिक, सिविल सेवक 👉भारत के चौथे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार 24 जनवरी 2010 से 26 मई 2014 तक। 👉भारत के 27वें विदेश सचिव 1 अक्टूबर 2006 से 31 जुलाई 2009 तक। 👉चीन में भारत के राजदूत 3 अगस्त 2000 से 7 जुलाई 2003 तक। शिवशंकर मेनन का जीवन परिचय शिवशंकर मेनन एक भारतीय राजनयिक हैं। जिन्होंने भारत के प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह के अधीन भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में कार्य किया। शिवशंकर मेनन का जन्म: 5 जुलाई, 1949 में पेरिस, फ़्रांस में हुआ था। मेनन  का परिवार केरल के पलक्कड़ जिले के  ओट्टापलम के रहने वाले हैं। वह  राजनयिकों के एक हिंदू परिवार से आते हैं।उनके पिता 'परप्पिल नारायण मेनन' ने अपने अंतिम दिनों में यूगोस्लाविया में राजदूत के रूप में कार्य किया। उनके दादा 'केपीएस मेन

अजीत डोभाल का जीवन परिचय | Ajit Doval ka jeevan parichay | अजित डोभाल की जीवनी |

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James Bond of India, अजीत डोभाल का जीवन परिचय | Ajit Doval ka jeevan parichay |  नाम: अजीत कुमार डोभाल उपनाम: भारत का जेम्स बॉन्ड जन्म: 20 जनवरी, 1945 ई. स्थान: उत्तराखंड, भारत  पत्नी: अरुणि डोभाल पिता: गुणानंद डोभाल (मेजर जीएन डोभाल) विद्यालय: आगरा विश्वविद्यालय (एमए), नेशनल डिफेंस कॉलेज (एम.फिल.) पेशा: प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अनुभवः सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी (केरल कैडर), निदेशक (इंटेलिजेंस ब्यूरो आईबी) संस्थापकः विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन पुरस्कार: पुलिस पदक, कीर्ति चक्र (1988), राष्ट्रपति पुलिस पदक, फिल्म: उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक (2019) में उनका सिनेमाई किरदार परेश रावल ने निभाया था। 👉अजीत डोभाल पाकिस्तान में  7 साल रहे थे 👉1968 में केरल कैडर से आईपीएस में चुने गए थे। 👉2005 में इंटेलिजेंस ब्यूरो यानी आईबी के चीफ के पद से रिटायर हुए हैं।  👉 इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक 2004 से 2005 तक रहे। 👉 दिसंबर 2009 में विवेकानन्द इंटरनेशनल फाउंडेशन संगठन की स्थापना की। 👉30 मई 2014 को डोभाल को भारत के 5वें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया। अजी

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, विष्णुदेव साय का जीवन परिचय | विष्णुदेव साय की जीवनी | विष्णुदेव साय

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  छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, विष्णुदेव साय का जीवन परिचय | vishnudev saay ka jeevan parichay | नाम: विष्णुदेव साय जन्म: 21 फरवरी, 1964 ई. स्थान: छत्तीसगढ़, भारत पिता: राम प्रसाद साय माताः श्रीमती जशमनी देवी पत्नीः कौशल्या देवी शिक्षा: लोयोला हायर सेकेंडरी स्कूल, कार्यालय:  वर्तमान 13 दिसंबर 2023 से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री व्यवसायः कृषि, राजनेता पार्टी: भारतीय जनता पार्टी पद: मुख्यमंत्री, राज्य मंत्री, लोकसभा सदस्य, केन्द्रीय खनन राज्य मंत्री, 👉1999 में 13वीं लोकसभा के लिए चुने गए। 👉भारतीय जनता पार्टी, छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष 31 अक्टूबर 2006 से 11 मई 2010 तक और दोबारा 21 जनवरी 2014 से 16 अगस्त 2014 तक और तीसरी बार 2 जून 2020 से 9 अगस्त 2022 तक। 👉भारत सरकार के राज्य मंत्री 26 मई 2014 से 30 मई 2019 तक 👉मध्य प्रदेश विधान सभा के सदस्य 1990 से 1998 तक। 👉केन्द्रीय इस्पात मंत्री 26 मई 2014 से 30 मई 2019 तक। 👉केन्द्रीय खनन मंत्री 26 मई 2014 से 5 जुलाई 2016 तक। 👉केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री 26 मई 2014 से 9 नवंबर 2014 तक।

वैज्ञानिक नंबी नारायणन की जीवनी हिंदी में | नांबी नारायणन का जीवन परिचय |

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  वैज्ञानिक नंबी नारायणन की जीवनी हिंदी में | नांबी नारायणन का जीवन परिचय | नांबी नारायणन शार्ट जीवनी छबिया छबियाँ | पूरा नाम: एस.नम्बि नारायण नाम: नांबी नारायणन  जन्म: 12 दिसम्बर 1941ई. स्थान: नागरकोइल, भारत पत्नी: मीना नारायणन शिक्षा: प्रिंसटन यूनिवर्सिटी, त्यागराजार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग पेशा: वैज्ञानिक, एयरोस्पेस इंजीनियर खोज: भारत में लिक्विड फ्यूल राकेट की तकनीक की खोज  पुरस्कार: पद्म भूषण (2019) पुस्तक: ओरमाकालुडे भ्रमनपदम (2017), भारत और मैं इसरो जासूसी मामले से कैसे बचे (2018), 👉1966 में देश की सबसे प्रतिष्ठित रिसर्च सेंटर इसरो से जुड़े थे। 👉1994 में नम्बी नारायणन पर रक्षा रहस्यों को साझा करने का आरोप लगाया गया।  👉 1998 में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें निर्दोष घोषित कर दिया। नांबी नारायणन का जीवन परिचय। नम्बी नारायणन एक भारतीय वैज्ञानिक और एयरोस्पेस इंजीनियर है। और इसरो मे क्रायोजेनिक डिवीजन अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। नंबी नारायणन का जन्म 12 दिसंबर 1941 को तमिलनाडु के एक गांव मे नागारोकोइल में हुआ है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा हायर सेकेंडरी स्कूल, नागरकोइल से पूरी की। उन्होंने

डाक्टर प्रफुल्लचन्द्र राय की जीवनी हिन्दी में | प्रफुल्ल चन्द्र राय का जीवन परिचय | आचार्य प्रफुल्ल चन्द्र राय

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  डाक्टर प्रफुल्लचन्द्र राय की जीवनी हिन्दी में | प्रफुल्ल चन्द्र राय का जीवन परिचय | आचार्य प्रफुल्ल चन्द्र राय | नाम: प्रफुल्ल चन्द्र राय अन्य नाम: आचार्य राय, डॉ. राय जन्म्: 2 अगस्त 1861 ई. स्थान: बंगाल, ब्रिटिश भारत मृत्यु: 16 जून 1944 ई. स्थान: कोलकाता, भारत पिता: हरिश्चंद्र राय माता: भुवनमोहिनी देवी कर्मक्षेत्र: रसायनज्ञ, उद्यमी, शिक्षक शिक्षा: बीए, बीएससी, डीएससी विद्यालय: प्रेसिडेंसी कॉलेज, कलकत्ता विश्वविद्यालय, एडिनबर्ग विश्वविद्यालय,  खोज: मर्क्यूरस नाइट्राइट  प्रसिद्धि: भारत में रसायन विज्ञान के जनक माने जाते हैं। 👉डाक्टर प्रफुल्लचन्द्र राय ने मर्क्यूरस नाइट्राइट की खोज की डाक्टर प्रफुल्लचन्द्र राय का जीवन परिचय। आचार्य प्रफुल्ल चंद्र राय एक भारतीय रसायनज्ञ थे। शिक्षाविद्, इतिहासकार, उद्योगपति और परोपकारी। उन्होंने रसायन विज्ञान में पहले आधुनिक भारतीय शोध विद्यालय की स्थापना की और उन्हें भारतीय रसायन विज्ञान का जनक माना जाता है। डाक्टर प्रफुल्लचंद्र राय का जन्म बंगाल के खुलना जिले के ररूली कतिपरा नामक ग्राम में 2 अगस्त 1861 में एक कायस्थ  परिवार में हुआ था। उनका पूरा नाम आ

भारतीय वैज्ञानिक, अतुल गुर्टु का जीवन परिचय | अतुल गुर्टु की जीवनी हिंदी में

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  भारतीय वैज्ञानिक, अतुल गुर्टु का जीवन परिचय | अतुल गुर्टु की जीवनी हिंदी में  नाम: अतुल गुर्टु जन्म: 16 जनवरी 1946  स्थान: लाहौर, ब्रिटिश भारत पत्नी: प्रोमिला बावा और सुहासिनी मुले  शिक्षा: स्नातकोत्तर, पीएचडी विद्यालय: ऑकलैंड हाउस (शिमला), लॉरेंस स्कूल सनावर, पंजाब विश्वविद्यालय,  क्षेत्र: प्रायोगिक कण भौतिकी प्रसिद्धि: प्रायोगिक उच्च ऊर्जा भौतिकी में उनके योगदान। अतुल गुर्टु का जीवन परिचय  अतुल गुर्टु एक भारतीय उच्च ऊर्जा भौतिक विज्ञानी हैं। उन्होंने 1971 में टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान, मुम्बई से जुड़ गये और 2011 में एक लम्बे कण भौतिकी शोध के पश्चात् एक वरिष्ठ प्रोफेसर के रूप में सेवानिवृत हुये। अतुल गुर्टु का जन्म 1946 लाहौर में हुआ। 1947 में वे भारत में आ गये थे। अतुल गुर्टु ने ऑकलैंड हाउस, शिमला और लॉरेंस स्कूल सनावर से उन्होनें विद्यालयी शिक्षा पूर्ण की। पंजाब विश्वविद्यालय से 1966 में उन्होनें भौतिकी में स्नातकोत्तर और 1971 में पीएचडी प्राप्त की। 1971 में उन्होंने वे टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान, मुम्बई में अपनी सेवाएं देने लगे। वे कण भौतिकी में शोध कार्य करते हैं। उन्होंने 

महान भारतीय विक्रम साराभाई का जीवन परिचय | विक्रम साराभाई की जीवनी | Dr. Vikram Sarabhai ka jivan parichay

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  अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक, डॉ. विक्रम साराभाई का जीवन परिचय | Vikram Sarabhai ka jeevan parichay |  पूरानाम: विक्रम अंबालाल साराभाई नाम: विक्रम साराभाई जन्म:12 अगस्त 1919 ई. स्थान: अहमदाबाद, भारत मृत्यु: 30 दिसम्बर 1971 ई. स्थान: तिरुवनंतपुरम, भारत पिता: अम्बालाल साराभाई  माता: सरला देवी  पत्नी: मृणालिनी साराभाई  शिक्षा: प्राकृतिक विज्ञान में ट्राइपॉस, पी.एच.डी विद्यालय:  सेंट जॉन्स कॉलेज, शेठ चिमनलाल नागिनदास विद्यालय, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, गुजरात कॉलेज और विज्ञान कॉलेज संस्थान: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, भौति अनुसंधान प्रयोगशाला, परमाणु ऊर्जा आयोग (भारत) प्रसिद्धि: भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम, भारत का परमाणु कार्यक्रम पुरस्कार: शांतिस्वरूप भटनागर पुरस्कार (1962),  पद्मभूषण (1966), पद्मविभूषण, मरणोपरान्त (1972)  👉 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अध्यक्ष 1969 से 1971 तक 👉 अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए भारतीय राष्ट्रीय समिति के अध्यक्ष 1963 से1969 तक। 👉 भारत के परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष 1966 से 1971 तक। 👉 ISRO के जनक विक्रम साराभाई है। 👉 विक्रम साराभाई भारतीय अंतरिक्ष कार

वेद का जनक, महर्षि वेदव्यास का जीवन परिचय | vedavyaas ka jeevan parichay | Biography of Vedvyas | 18 पुराण के नाम |

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वेद का जनक, महर्षि वेदव्यास का जीवन परिचय | vedavyaas ka jeevan parichay | Biography of Vedvyas | 18 पुराणो के नाम | पूरानाम: कृष्णद्वैपायन वेदव्यास नाम: महर्षि वेदव्यास जन्म: 3000 ई. पू. आषाढ पूर्णिमा  स्थान: यमुना तट हस्तिनापुर मृत्यु: चिरंजीवी (अमर) है। पत्नी: पिंजला (वाटिका) बच्चे: शुक, (धृतराष्ट्र, पांडु, विदुर) पिता: ऋषि पराशर  मीता: सत्यवती गुरु: ब्रह्मा व्यवसाय: वैदिक ऋषि शिष्य: पैल, जैमिन, वैशम्पायन, सुमन्तुमुनि, रोम हर्षण साहित्यरचना: महाभारत, नवग्रह स्तोत्र, कल्कि पुराण वेदव्यास के ग्रंथ: 18 पुराण भागवत महापुराण सहित 1.ब्रह्मा पुराण, 2.पद्मा पुराण, 3.विष्णु पुराण, 4.शिव पुराण, 5.श्रीमदभागवत पुराण, 6.नारद पुराण, 7.अग्नि पुराण, 8.ब्रह्म वैवर्त्त पुराण, 9.वराह पुराण, 10. स्कन्द पुराण, 11.मार्कण्डेय पुरण, 12. वामन पुराण, 13.कूर्म पुराण, 14.मत्स्य पुराण, 15.गरूड़ पुराण, 16.ब्रहमण्ड पुराण, 17. लिंग पुराण, 18.भविष्य पुराण ।  

वेंकटरामन रामकृष्णन का जीवन परिचय | वेंकी रामकृष्णन की जीवनी | वेंकटरामन "वेंकी" रामकृष्णन |

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  वेंकी रामकृष्णन का जीवन परिचय | Venkatraman Ramakrishnan ka jeevan parichay |  पूरानाम: वेंकटरामन वेंकी रामकृष्णन अन्यनाम: वेंकी, वेंकी रामकृष्णन जन्म्: 1 अप्रैल,1952 ई. स्थान: चिदंबरम, तमिल नाडु, भारत पिता: सी॰वी॰ रामकृष्णन माता: राजलक्ष्मी पत्नी: वेरा रोसेनबेर्री शिक्षा: बीएससी, पीएचडी विद्यालय: महाराजा सायाजीराव विश्वविद्यालय, ओहियो विश्वविद्यालय  (1976),  कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, प्रसिद्धि: वैज्ञानिक, एक्स-रे क्रिस्टेलोग्राफी कर्मक्षेत्र: जैव-रासायन, जैव-भौतिकी एवं कंप्यूटेशनल जीवविज्ञान पुरस्कार: रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार 2009, पद्म विभूषण 2010, ऑर्डर ऑफ मेरिट 2022, नाइट बैचलर 2012,  कार्यालय: रॉयल सोसाइटी के 62वें अध्यक्ष 1 दिसंबर 2015 से 30 नवंबर 2020 तक  वेंकटरामन रामकृष्णन का जीवन परिचय  वेंकटरामन वेंकी रामकृष्णन एक जीव वैज्ञानिक हैं। उन्होंने राइबोसोम की संरचना और कार्य पर शोध के लिए जाने जाते हैं। वेंकटरामन रामकृष्णन का जन्म 1 अप्रैल 1952 में तमिलनाडु के  कड्डालोर जिले में स्तिथ  चिदंबरम में पैदा हुए थे। उनके पिता सी॰वी॰ रामकृष्णन और माता राजलक्ष्मी भी वैज्ञानिक

वैज्ञानिक सुन्दरलाल होरा की जीवनी | सुन्दरलाल होरा का जीवन परिचय | सुन्दरलाल होरा की जीवनी

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  सुन्दरलाल होरा का जीवन परिचय |sundaralaal hora ka jeevan parichay |  नाम: सुन्दरलाल होरा जन्म्: मई,1896 ई. स्थान: हफीजाबाद, ब्रिटिश भारत मृत्यु: 8 दिसंबर, 1955 ई. स्थान: कोलकाता, भारत शिक्षा: पंजाब विश्वविद्यालय (एम.एस.सी) पेशा: इहतीओलोगिस्ट पुरस्का: रॉयल सोसाइटी ऑफ़ एडिनबर्ग की फ़ेलोशिप पुस्तकें: होमलोप्टेरिड मछलियों का वर्गीकरण, बायोनोमिक्स और विकास  कार्यालय: भारतीय प्राणी सर्वेक्षण के निदेशक (1947-1955) सुन्दरलाल होरा का जीवन परिचय। सुंदर लाल होरा एक भारतीय इचिथोलॉजिस्ट थे। जो पश्चिमी घाट और इंडोमालयन मछली रूपों की समानता पर अपने जैव-भौगोलिक सिद्धांत के लिए जाने जाते थे। भारतीय प्राणि विज्ञानी सुंदरलाल होरा का जन्म मई 1896 को पंजाब के हफीजाबाद में ब्रिटिश भारत में हुआ था। अब पाकिस्तान में है। उन्होंने लाहौर में कॉलेज से पहले जालंधर में स्कूली शिक्षा प्राप्त की। और पंजाब विश्वविद्यालय की एम. एस-सी. परीक्षा में आपने प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा आपको मैकलैगेन पदक और अन्य सम्मान प्राप्त हुए। सन् 1919 में आप भारत के जूलॉजिकल सर्वे विभाग में नियुक्त हुए। सन् 1922 में पंजाब विश्वविद्या

आधुनिक भारत के इंजीनियर मोक्षगुंडमेश्वरैया का जीवन परिचय | एम विश्वेश्वरैया का जीवन परिचय | एम. विश्वेश्वरैया की जीवनी

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  आधुनिक भारत के इंजीनियर, मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या का जीवन परिचय | M Visvesvaraya ka jeevan parichay | Biography of M. Visvesvaraya नाम: डॉ.एम.विश्वेश्वरय्या पूरानाम: मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जन्म: 15 सितंबर, 1861 ई. स्थान: मुद्देनाहल्ली, ब्रिटिश भारत म्रुत्यु: 14 अप्रैल, 1962 ई. स्थान: बेंगलुरु, भारत माता: वेंकाचम्मा पिता: श्रीनिवास शास्त्री शिक्षा: इंजीनियरिंग  विद्यालय: सेंट्रल कॉलेज( बंगलूर ), इंजीनियरिंग कॉलेज (पुणे), मद्रास विश्वविद्यालय पेशा: सिविल इंजीनियर और राजनेता पद: मैसूर के दीवान  प्रसिद्धि: इंजीनियर, वैज्ञानिक  पुरस्कार: भारत रत्न (1955),  👉डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्मदिन (15 सितम्बर) को भारत में 'अभियन्ता दिवस' के रूप में मनाया जाता है। 👉1912 से 1918 तक मैसूर के 19वें दीवान के रूप में कार्य किया। 👉1909 में ब्रिटिश सेवा से सेवानिवृत्त। 👉टाटा स्टील का निदेशक मंडल 1927-1955 👉मुख्य अभियंता और मैसूर सरकार के सचिव,1909 शामिल हुए। मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या का जीवन परिचय  सर मोक्षगुण्डम विश्वेश्वरय्या भारत के महान अभियन्ता एवं राजनयिक थे। भारत में उनका जन

सत्येन्द्र नाथ बोस का जीवन परिचय | Satyendra Nath Bose ka jeevan parichay |

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  सत्येंद्र नाथ बोस का जीवन परिचय | Satyendra Nath Bose ka jeevan parichay | satyendranath नाम: सत्येंद्र नाथ बोस उपनाम: सत्येन, एस. एन. बोस जन्म: 1 जनवरी 1894 ई. स्थान: कोलकाता, भारत निधन: 4 फरवरी 1974 ई. स्थान: कोलकाता, भारत पिता: सुरेंद्रनाथ बोस  माता: अमोदिनी रायचौधरी पत्नी: उषाबती बोस (घोष) शिक्षा: स्नातक, बीएससी, एमएससी (गणित) विद्यालय: कलकत्ता विश्वविद्यालय 1915,  प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय 1909 से 1913,  व्यवसाय: वैज्ञानिक, अध्यापक,  कार्यक्षेत्र: गणितज्ञ, भौतिकशास्त्रज्ञ,  क्वांटम यांत्रिकी,   संस्थान: कलकत्ता विश्वविद्यालय, ढाका विश्वविद्यालय, विश्व-भारती पुरस्कार: रॉयल सोसाइटी के फेलो, पद्म विभूषण सत्येंद्र नाथ बोस का जीवन परिचय।   सत्येन्द्र नाथ बोस भारतीय गणितज्ञ  और भौतिक विज्ञानी थे। जो सैद्धांतिक भौतिकी में विशेषज्ञता रखते थे। सत्येन्द्रनाथ बोस का जन्म 1 जनवरी 1894 को कोलकाता में हुआ था। और उनकी माता का नाम "अमोदिनी रायचौधरी" था। और पिता "सुरेंद्रनाथ बोस" ईस्ट इंडियन रेलवे कंपनी के इंजीनियरिंग विभाग में काम करते थे। सत्येन्द्र नाथ बोस की शादी "उष

श्रीनिवास रामानुजन् का जीवन परिचय | Ramanujan ka jeevan parichay |

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श्रीनिवास रामानुजन् का जीवन परिचय | Srinivasa Ramanujan ka jeevan parichay |  पूरा नाम: श्रीनिवास अयंगर रामानुजन नाम: रामानुजन जन्म: 22 दिसंबर, 1887 ई. स्थान:  इरोड, भारत मृत्यु: 26 अप्रैल 1920 ई. स्थान:  मद्रास, ब्रिटिश भारत मृत्यु का कारण: क्षय रोग माता: कोमल ताम्मल,  पिता: कुप्पुस्वामी श्रीनिवास अयंगर पत्नी: जानकी अम्मल  प्रसिद्धि: गणितज्ञ शिक्षा: विद्यालय: मद्रास विश्वविद्यालय, टाउन हायर सेकेंडरी स्कूल (1898-1904),गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज स्वायत्त (1904-1905), ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय (1916),  पुरस्कार: रॉयल सोसाइटी के फेलो (1918) योगदान: गणित के 3,884 प्रमेयों का संकलन किया। इनमें से अधिकांश प्रमेय सही सिद्ध किये जा चुके हैं। प्रमुखकार्य: 33 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहने वाला रामानुजन ने दुनिया को लगभग 3500 गणितीय सूत्र दिए थे. गणित में रामानुजन का सबसे बड़ा योगदान रामानुजन संख्या यानी 1729 को माना जाता है। यह ऐसी सबसे छोटी संख्या है, जिसको दो अलग-अलग तरीके से दो घनों के योग के रूप में लिखा जा सकता है। 1729, 10 और 9 के घनों का योग है- 10 का घन है 1000 और 9 का

भारतीय आविष्कारक, डॉ. शंकर अबाजी भिसे का जीवन परिचय | Shankar Abaji Bhise ka jeevan parichay |

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  भारतीय आविष्कारक, डॉ. शंकर अबाजी भिसे का जीवन परिचय | Shankar Abaji Bhise ka jeevan parichay |  जन्म: 29 अप्रैल 1867 ई. स्थान: मुंबई, भारत मृत्यु: 7 अप्रैल, 1935,  स्थान: न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका पिता: आबाजी शिक्षा: हाई स्कूल व्यवसाय: वैज्ञानिक, आविष्कारक स्थापना: मुम्बई में साइं सक्लब की स्थापना। पुरस्कार: गोल्ड मेडल अविष्कार: 200 से अधिक आविष्कार जिसमे कोल गैस उपकरण, ऑप्टिकल इल्यूजन, पेकिंग मशीन, टाइप सी कास्टिंग, कंपोजिंग मशीन, इलेक्ट्रीक मशीन प्रमुख है। शंकर अबाजी भिसे का जीवन परिचय।  भारत के एक वैज्ञानिक एवं अग्रणि आविष्कारक डॉ शंकर अबाजी भिसे का जन्म 29 अप्रैल, 1867 को मुंबई में हुआ था। और उनकी मृत्यु  7 अप्रैल 1935 की 68 साल की उम्र में न्यूयॉर्क में निधन हो गया था। उनके पिता आबाजी एक अदालत कर्मचारी थे। शंकर ने सिर्फ हाई स्कूल तक पढ़ाई की थी। बचपन के दिनों से ही विज्ञान के प्रति उनका काफी लगाव था। 14 साल की उम्र में ही उन्होंने अपने घर में ही कोयला गैस बनाने वाले एक उपकरण को बनाया। 16 साल की उम्र में उन्होंने आविष्कार के लिए इंग्लैंड या अमेरिका जाने का फैसला किया। सन् 1

भारतीय वैज्ञानिक सुब्रह्मण्यन् पांडेय का जीवन परिचय | Subrahmanyan Pandey ka jeevan parichay |

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सुब्रह्मण्यन् पांडेय का जीवन परिचय | Subrahmanyan Pandey ka jeevan parichay |  नाम: सुब्रह्मण्यन् पांडेय जन्म: 19 अक्टूबर 1910 ई. स्थान: लाहौर, पंजाब, ब्रिटिश भारत मृत्यु: 21अगस्त 1995 ई. स्थान: शिकागो, संयुक्त राज्य शिक्षा: स्नातक, बीएससी विद्यालय: मद्रास विश्वविद्यालय, ट्रिनिटी कॉलेज, (कैम्ब्रिज ) पत्नी: ललिता दोराईस्वामी क्षेत्र: खगोलशास्त्र प्रसिद्धि: चंद्रशेखर सीमा पुरस्कार: नोबल पुरस्कार, भौतिक (1983), कॉपल मेडल (1984), नेशनल ऑफ साइंस मेडल (1967), पद्म विभूषण (1968) सुब्रह्मण्यन् पांडेय का जीवन परिचय | विख्यात भारतीय-अमेरिकी खगोलशास्त्री डॉ सुब्रह्मण्याम चंद्रशेखर वैज्ञानिक का जन्म 19अक्टूबर 1910 को लाहौर (अब पाकिस्तान में) में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा मद्रास में हुई थी। 18 वर्ष की आयु में चन्द्रशेखर का पहला शोध पत्र "इंडियन जर्नल ऑफ फिजिक्स" में प्रकाशित हुआ। मद्रास के प्रेसीडेंसी कॉलेज से स्नातक की उपाधि लेने तक उनके कई शोध पत्र प्रकाशित हो चुके थे। उनमें से एक `प्रोसीडिंग्स ऑफ द रॉयल सोसाइटी' में प्रकाशित हुआ था। जो इतनी कम उम्र वाले व्यक्ति के लिए

शांति स्वरूप भटनागर का जीवन परिचय | Shanti Swaroop Bhatnagar ka jeevan parichay |

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  शांति स्वरूप भटनागर का जीवन परिचय | Shanti Swaroop Bhatnagar ka jeevan parichay | नाम: शांति स्वरूप भटनागर जन्म: 21 फ़रवरी 1894 ई. स्थान: शाहपुर, ब्रिटिश भारत मृत्यु: 1 जनवरी 1955 ई. स्थान: नई दिल्ली, भारत पिता: परमेश्वरी सहाय भटनागर  शिक्षा: स्नातकोत्तर,  शिक्षा: पंजाब विश्वविद्यालय, युनिवर्सिटी कालेज, लंदन प्रसिद्धि: भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम पुरस्कार: पद्म भूषण (1954), नाइट बैचलर (1941), OBE (1936), रॉयल सोसाइटी के फेलो (1943) योगदान: शान्ति स्वरूप भटनागर ने राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं की स्थापना में अमूल्य योगदान दिया। शांति स्वरूप भटनागर का जीवन परिचय।  जाने माने भारतीय वैज्ञानिक शांति स्वरूप भटनागर, का जन्म 21 फरवरी, 1894 को शाहपुर में हुआ था। जो अब पाकिस्तान में है। डॉ भटनागर के जन्मदिवस के अवसर पर आज देश उन्हें याद कर रहा है। इनके पिता "परमेश्वरी सहाय भटनागर" की मृत्यु तब हो गयी थी। जब ये केवल आठ महीने के ही थे। इनका बचपन अपने ननिहाल में ही बीता। इनके नाना एक इंजीनियर थे। जिनसे इन्हें विज्ञान और  अभियांत्रिकी में रुचि जागी। इन्हें यांत्रिक खिलौने, इलेक्ट्रानिक बैटरियां औ

रघुनाथ अनंत माशेलकर का जीवन परिचय | raghunaath anant maashelakar ka jeevan parichay |

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  रघुनाथ अनंत माशेलकर का जीवन परिचय | raghunaath anant maashelakar ka jeevan parichay |  नाम: रघुनाथ अनंत माशेलकर अन्यनाम: रमेश माशेलकर जन्म: 1 जनवरी 1943 ई. स्थान: मार्सेल, बेटकुई, भारत शिक्षा: मुंबई विश्वविद्यालय  पेशा: रसायनशास्त्र वैज्ञानिक  क्षेत्र: केमिकल इंजीनियरिंग पुरस्कार: रॉयल सोसाइटी के फेलो, महाराष्ट्र भूषण पुरुस्कार, शांति स्वरूप भटनागर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पुरस्कार  रघुनाथ अनंत माशेलकर का जीवन परिचय।  रघुनाथ अनंत माशेलकर एक भारतीय केमिकल इंजीनियर और भारतीय वैज्ञानिक हैं। उन्हें 'रमेश माशेलकर' के नाम से भी जाना जाता है। इनका जन्म 1 जनवरी 1943 में गोवा के मार्सेल नामक गाँव में हुआ। और उनका पालन-पोषण महाराष्ट्र में हुआ । उन्होंने बॉम्बे विश्वविद्यालय के रासायनिक प्रौद्योगिकी विभाग में अध्ययन किया। जहां उन्होंने 1966 में केमिकल इंजीनियरिंग में बीई की डिग्री और 1969 में पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने ग्यारह वर्षों से अधिक समय तक वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद अड़तीस प्रयोगशालाओं का एक नेटवर्क के महानिदेशक के रूप में कार्य किया। इससे पहले, वह छह साल त

प्रख्यात खगोल वैज्ञानिक, मेघनाद साहा का जीवन परिचय | Dr. Meghnad Saha ka jeevan parichay |

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मेघनाद साहा का जीवन परिचय | Meghnad Saha ka jeevan parichay | नाम: मेघनाद साहा  जन्म: 6 अक्टूबर 1893 ई. स्थान: ढाका, ब्रिटिश भारत मृत्यु: 16 फ़रवरी 1956 ई. स्थान: नई दिल्ली, भारत पिता: जगन्नाथ साहा माता: भुवनेश्वरी देवी  पत्नी: राधा रानी राय  शिक्षा: बी.एस.सी., एम.एस.सी. विद्यालय: ढाका कालिज प्रेसिडेंसी कालिज, कलकत्ता विश्वविद्यालय क्षेत्र: भौतिकी, खगोल भौतिकी प्रसिद्धि: भौतिक वैज्ञानिक,  पुरस्कार: रॉयल सोसाइटी के फेलो, खोज: तारों के ताप और वर्णक्रम के निकट संबंध के भौतकीय कारणों की खोज। मेघनाद साहा का जीवन परिचय । प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. मेघनाथ साहा का जन्म 6 अक्टूबर 1893 में बांग्लादेश की राजधानी ढाका के करीब एक गांव शाओराटोली में हुआ था।उनके पिता का नाम 'जगन्नाथ साहा' तथा  माता का नाम 'भुवनेश्वरी देवी' था। उनके पिता एक साधारण व्यापारी थे। मेघनाथ साहा अपने माता-पिता की पांचवी संतान थे। मेघनाद साहा का विवाह 16 जून 1918 को उनकी शादी "राधा रानी राय" से हुई। उनकी आरम्भिक शिक्षा ढाका कॉलेजिएट स्कूल में हुई। इण्ट्रेंस में पूर्वी बंगाल मे प्रथम रहे। इसके बाद में उन्

लालजी सिंह का जीवन परिचय | Lalji Singh ka jeevan parichay |

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  भारतीय डीएनए फिंगरप्रिंटिंग के जनक, डॉ. लालजी सिंह का जीवन परिचय | Lalji Singh ka jeevan parichay |  नाम: लालजी सिंह जन्म: 5 जुलाई 1947 ई. स्थान: जौनपुर, उत्तर प्रदेश निधन: 10 दिसंबर, 2017 ई. स्थान: वाराणसी, भारत पत्नी: अमरावती सिंह शिक्षा: स्नातक, बीएससी, एमएससी, पीएचडी  विद्यालय: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, विज्ञान संस्थान,  प्रसिद्धि: जीव विज्ञानी पुरस्कार: रैनबैक्सी रिसर्च अवार्ड (1994), गोयल पुरस्कार (2000), फिक्की पुरस्कार (2002-03), पद्म श्री पुरस्कार (2004), आदि  लालजी सिंह का जीवन परिचय । प्रख्यात डीएनए वैज्ञानिक काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. लालजी सिंह का जन्म 5 जुलाई 1947 को भारत के उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के एक छोटे से गाँव कलवारी में हुआ था। उनके पिता 'सूर्यनारायण सिंह' एक किसान थे। और गाँव के मुखिया के रूप में काम करते थे।  सिंह ने अपनी प्राथमिक शिक्षा आठवीं कक्षा तक कलवारी के एक सरकारी स्कूल में की। हालाँकि, गाँव में वरिष्ठ कक्षाओं के लिए कोई अतिरिक्त शिक्षा सुविधा नहीं थी। इसलिए उन्हें अपने गाँव से दूर पास के गाँव प्रतापगंज में एक अन्य स्कूल

जयन्त नार्लिकर का जीवन परिचय | Jayant Vishnu Narlikar ka jeevan parichay |

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  जयन्त नार्लिकर का जीवन परिचय | Jayant Vishnu Narlikar ka jeevan parichay |  पूरा नाम: जयन्त विष्णु नार्लीकर  अन्यनाम: जयंत नार्लीकर जन्म: 19 जुलाई, 1938 ई. स्थान: कोल्हापुर, महाराष्ट्र, भारत पिता: विष्णु वासुदेव नार्लिकर, माता: सुमति नार्लीकर पत्नी: मंगला नार्लीकर  शिक्षा: बीएससी, पी.एच.डी. (गणित), विद्यालय: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय,  फिट्ज़विलियम कॉलेज, पेशा: खगोल विज्ञानी, विश्वविद्यालय शिक्षक  क्षेत्र: भौतिकी, खगोल विज्ञान, लेखक पुस्तकें: धूमकेतु, रिटर्न ऑफ वामन,  पुरस्कार:  स्मिथ पुरस्कार (1962), पद्म भूषण (1965), एडम्स पुरस्कार (1967), कलिंगा पुरस्कार (1996), पद्म विभूषण (2004), प्रिक्स जूल्स जानसेन (2004), महाराष्ट्र भूषण (2010),  साहित्य अकादमी पुरस्कार (2014) जयन्त नार्लिकर का जीवन परिचय।  जयन्त विष्णु नार्लीकर प्रसिद्ध भारतीय  भौतिकीय वैज्ञानिक हैं। नार्लिकर का जन्म 19 जुलाई 1938 को भारत के कोल्हापुर में विद्वानों के एक परिवार में हुआ था। उनके पिता 'विष्णु वासुदेव नार्लिकर' एक गणितज्ञ और सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी थे। जिन्होंने बनारस हिंदू

मणीन्द्र अग्रवाल का जीवन परिचय | Manindra Agarwal ka jeevan parichay |

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मणीन्द्र अग्रवाल का जीवन परिचय | Manindra Agarwal ka jeevan parichay |  नाम: मणीन्द्र अग्रवाल जन्म: 20 मई 1966 ई. स्थान: इलाहाबाद, भारत   शिक्षा: बी.टेक., पी.एच.डी विद्यालय: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर संस्थान: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर व्यावसाय: प्रोफेसर क्षेत्र: कंप्यूटर विज्ञान प्रसिद्धि: ऐकेएस पराएमीलिटी टेस्ट पुरस्कार: गोडेल पुरस्कार, फुलकर्सन पुरस्कार, क्ले रिसर्च पुरस्कार, पद्म श्री, आईसीटीपी पुरस्कार  मणीन्द्र अग्रवाल का जीवन परिचय।  मनिन्द्र अग्रवाल एक भारतीय कंप्यूटर वैज्ञानिक और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर के कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर हैं। मणिंद्र अग्रवाल का जन्म 20 मई 1966 को भारत के  इलाहाबाद शहर मे हुआ। मणींद्र अग्रवाल ने आईआईटी कानपूर से बी.टेक किया है। उसके बाद उन्होंने आईआईटी कानपूर विश्वाविदयालय से ही पीएचडी की उपाधियाँ प्राप्त की। मणींद्र अग्रवाल ने नीरज कयाल और नितिन सक्सेना के साथ 'एकेएस प्राइमैलिटी टेस्ट' बनाया है। और प्रकाशित किया गया है। 'एकेएस प्राइमलिटी टेस्ट' एक नियतात्मक  प्राइमैलिटी-सिद्ध करन

हरीश चंद्र महरोत्रा का जीवन परिचय | hareesh chandr maharotra ka jeevan parichay

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  सैद्धांतिक भौतिकी और गणित, हरीश चंद्र महरोत्रा का जीवन परिचय | hareesh chandr maharotra ka jeevan parichay नाम: हरीश चंद्र महरोत्रा जन्म्: 11 अक्टूबर 1923 ई. स्थान: कानपुर, ब्रिटिश भारत मृत्यु: 16 अक्टूबर 1983 ई. पिता: चंद्र किशोर  माता: सत्यगति सेठ चंद्ररानी शिक्षा: स्नातक, पी.एच.डी विद्यालय: इलाहाबाद विश्वविद्यालय, कैंब्रिज विश्वविद्यालय क्षेत्र: गणित, भौतिकी पुरस्कार: पद्म भूषण, कोल पुरस्कार, श्रीनिवास रामानुजन मेडल,  संस्थान: भारतीय विज्ञान संस्थान, विदेश महाविद्यालय, कोलम्बिया विश्वविद्यालय, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, उन्नत अध्ययन संस्थान सैद्धांतिक भौतिकी और गणित हरीश चंद्र महरोत्रा  हरीश चंद्र महरोत्रा का जीवन परिचय । हरीश-चंद्र मेहरोत्रा एक भारतीय अमेरिकी  गणितज्ञ और भौतिक विज्ञानी थे। प्रोफेसर हरिश्चन्द्र का जन्म 11अक्टूबर 1923 को कानपुर में हुआ था। इनकी माता का नाम  'सत्यगति सेठ चंद्ररानी' और उनके पिता 'चंद्र किशोर' एक सिविल इंजीनियर थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा कानपुर में ही हुई। फिर उन्होंने  इलाहाबाद विश्वविद्यालय से  सैद्धांतिक भौतिकी में उच्च

भारतीय बायोफिजिसिस्ट वैज्ञानिक तेज पी.सिंह | तेज पाल सिंह का जीवन परिचय | Tej P. Singh ka jeevan parichay

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  तेज पाल सिंह का जीवन परिचय | Tej P. Singh ka jeevan parichay | नाम: तेज पाल सिंह ( तेज पी सिंह ) जन्म: 1944 ई. शिक्षा: स्नातक, पीएच.डी विद्यालय: इलाहाबाद विश्वविद्यालय, भारतीय विज्ञान संस्थान (बैंगलोर), प्रसिद्ध: प्रोटीन संरचना निर्धारण, पेप्टाइड डिजाइन, औषधि डिजाइन पुरस्कार: जीवन विज्ञान के लिए गोयल पुरस्कार 2010, प्रतिष्ठित जैव प्रौद्योगिकीविद् (डीबीटी) (2006), जीएन रामचंद्रन स्वर्ण पदक, आदि संस्थान: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान तेज पाल सिंह का जीवन परिचय । तेज पाल सिंह एक भारतीय  बायोफिजिसिस्ट हैं। जो तर्कसंगत संरचना-आधारित दवा डिजाइन, प्रोटीन के संरचनात्मक जीव विज्ञान और एक्स-रे क्रिस्टलोग्राफी के क्षेत्र में अपने काम के लिए जाने जाते हैं। तेज पाल सिंह का जन्म् सन् 1944 ईस्वी में हुआ था। तेज पाल सिंह ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से विज्ञान में मास्टर डिग्री प्राप्त की। उन्होंने 1971 में भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर में स्नातक छात्र के रूप में अपना शोध करियर शुरू किया। उन्होंने अपनी पीएच.डी. प्राप्त की। 1970 के दशक के मध्य में नई दवा की खोज के लिए क्रिस्टल संरचना निर्धारण और स

हरगोबिंद खुराना का जीवन परिचय | Hargobind Khorana ka jeevan parichay |

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  कृत्रिम DNA का जनक, प्रोफेसर हरगोविंद खुराना का जीवन परिचय। HarGobind Khorana ka jeevan parichay |  नाम: हरगोबिंद खुराना जन्म: 9 जनवरी,1922 ई. स्थान: रायपुर, पाकिस्तान, ब्रिटिशभारत मृत्यु: 9 नवंबर, 2011 ई.  स्थान: मैसेच्यूसेट्स, अमेरिका माता: कृष्णा देवी खुराना पिता: गणपत राय पत्नी: एस्तेर एलिजाबेथ सिब्लर कर्मक्षेत्र: आणविक जीव विज्ञान विद्यालय: लाहौर में पंजाब विश्वविद्यालय, सरकारी छात्रवृत्ति पर लिवरपूल यूनिवर्सिटी, इंग्लैंड शिक्षा: स्नातक, बी.एस-सी, एम.एस-सी, एचडी, प्रसिद्धि: प्रोटीन संश्लेषण में न्यूक्लिटाइड की भूमिका का प्रदर्शन करने वाले वह पहले थे पुरस्कार: फिजियोलॉजी या मेडिसिन में नोबेल पुरस्कार, लुईसा ग्रॉस होर्विट्ज़ पुरस्कार, पद्म विभूषण  विशेष योगदान: 1960 के दशक में खुराना ने नीरबर्ग की इस खोज की पुष्टि की कि डी.एन.ए. अणु के घुमावदार 'सोपान' पर चार विभिन्न प्रकार के न्यूक्लिओटाइड्स के विन्यास का तरीका नई कोशिका की रासायनिक संरचना और कार्य को निर्धारित करता है। हरगोबिंद खुराना का जीवन परिचय।  हरगोबिंद खुराना एक भारतीय अमेरिकी जैव रसायनज्ञ थे जिन्होने अणुजैविकी के

विजय पाण्डुरंग भटकर का जीवन परिचय | Vijay P Bhatkar ka jeevan parichay |

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भारतीय 'सुपर कंप्यूटर' निर्माता, विजय पाण्डुरंग भटकर का जीवन परिचय | Vijay P Bhatkar ka jeevan parichay पूरा नाम: विजय पाण्डुरंग भटकर नाम: विजय पी भटकर जन्म: 11 अक्टूबर 1946 ई. स्थान: मुरम्बा, महाराष्ट्र, भारत  पत्नी: ललित भाटकर शिक्षा: मास्टर ऑफ़ इंजीनियरिंग विद्यालय: आई.आई.टी. दिल्ली, सर विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कर्मक्षेत्र: सूचना प्रौद्योगिकी पेशा: प्राध्यापक प्रसिद्धि: भारतीय सुपरकम्प्यूटिंग के निर्माता पुरस्कार: महाराष्ट्र भूषण, पद्म भूषण, पद्म श्री, विशेष योगदान: देश के पहले सुपरकम्प्यूटर परम के निर्माता और देश में सुपरकम्प्यूटिंग की शुरुआत से जुड़े सी-डेक के संस्थापक कार्यकारी निदेशक के रूप में उनका विशेष योगदान है। विजय पाण्डुरंग भटकर का जीवन परिचय  भारत के पहले सुपर कम्प्यूटर परम के निर्माता डॉ. विजय भटकर का जन्म 11 अक्टूबर, 1946 को महाराष्ट्र में हुआ था। वह आई. टी. लिडर के नाम से प्रसिद्ध हैं। भटकर ने 1965 में बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग और 1968 में मास्टर ऑफ़ इंजीनियरिंग की डिग्री आई. आई. टी. दिल्ली सर विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान नागपुर