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मार्च, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

करमचन्द उत्तमचन्द गाँधी का जीवन परिचय | Karamchand Gandhi ka jeevan parichay | करमचन्द गाँधी की लघु जीवनी हिंदी |

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  करमचन्द उत्तमचन्द गाँधी का जीवन परिचय | Karamchand Gandhi ka jeevan parichay | करमचन्द गाँधी की लघु जीवनी हिंदी |  नाम: करमचन्द उत्तमचन्द गाँधी  उपनाम: कबा गाँधी जन्म: 1822 ई. स्थान: पोरबंदर, ब्रिटिश भारत  मृत्यु: 16 नवंबर, 1885 ई. स्थान: राजकोट, भारत पिता : उत्तमचंद गांधी माता: लक्ष्मीबा गांधी पत्नी: पुतलीबाई गांधी 👉पोरबंदर का दीवान 1847 से 1874 तक। 👉राजकोट के दीवान 1874 से 1885 तक। करमचन्द उत्तमचन्द गाँधी का जीवन परिचय |  भारतीय स्वतंत्रता सेनानी करमचन्द उत्तमचन्द गाँधी का जन्म 1822 ईस्वी में पोरबंदर राज्य, ब्रिटिश राज्य में हुआ था। इनके पिता का नाम उत्तमचन्द गाँधी और माँ का नाम लक्ष्मी गाँधी था। इनका विवाह पुतलीबाई गांधी से हुआ था। करमचंद की औपचारिक शिक्षा बहुत कम थी। करमचन्द उत्तमचन्द गाँधी महात्मा गांधी के पिता थे। वे पोरबन्दर रियासत में  प्रधानमंत्री, राजस्थानिक कोर्ट के सभासद,  राजकोट में दीवान और कुछ समय तक  वांकानेर के दीवान के उच्च पद पर प्रतिष्ठित थे। ये कबा गाँधी के नाम से भी जाने जाते थे। करमचंद उत्तमचंद गांधी पोरबंदर में एक अदालत के अधिकारी थे।और महात्मा गांधी के प

कमलादेवी चट्टोपाध्याय का जीवन परिचय | Kamaladevi Chattopadhyay ka jeevan parichay | कमलादेवी की लघु जीवनी हिंदी में |

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कमलादेवी चट्टोपाध्याय का जीवन परिचय | Kamaladevi Chattopadhyay ka jeevan parichay | कमलादेवी की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: कमलादेवी चट्टोपाध्याय जन्म: 3 अप्रैल, 1903 ई. स्थान: मंगलुरु, भारत निधन: 29 अक्टूबर 1988 ई. स्थान:  मुंबई, कर्नाटक, भारत माता: गिरिजाबाई ,  पिता: अनंतया धारेश्वर पति: कृष्णा राव और हरिन्द्रनाथ चट्टोपाध्याय  प्रसिद्धि: समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी  आंदोलन: नमक आंदोलन और असहयोग आन्दोलन पुरस्कार: रेमन मैगसेसे पुरस्कार 1966, पद्म भूषण 1955, पद्म विभूषण 1987,  रचनाएँ: द अवेकिंग ऑफ इंडियन वोमेन, जापान इट्स विकनेस एंड स्ट्रेन्थ, अंकल सैम एम्पायर, इन वार-टॉर्न चाइना, टुवर्ड्स ए नेशनल थिएटर, आदि। 👉आजादी के बाद इन्हें वर्ष 1952 में ‘आल इंडिया हेंडीक्राफ्ट’ का प्रमुख नियुक्त किया गया। कमलादेवी चट्टोपाध्याय का जीवन परिचय। कमलादेवी चट्टोपाध्याय भारतीय समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी, तथा भारतीय हस्तकला के क्षेत्र में नवजागरण लाने वाली गांधीवादी महिला थीं। इनका जन्म 3 अप्रैल 1903 को कर्नाटक के मंगलुरु में एक सारस्वत ब्राह्मण परिवार में जन्मी कमलादेवी अपने माता-पिता की चौथी और

कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी का जीवन परिचय | Kanhaiyalal Maneklal Munshi ka jeevan parichay | कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी की लघु जीवनी हिंदी में |

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कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी का जीवन परिचय | Kanhaiyalal Maneklal Munshi ka jeevan parichay | केएम मुंशी की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी उपनाम: घनश्याम व्यास, केएम मुंशी जन्म: 30 दिसम्बर 1887 ई. स्थान:  भरूच, भारत मृत्यु: 8 फ़रवरी 1971 ई. स्थान:  मुंबई, भारत पत्नी: अतिलक्ष्मी पाठक, लीलावती सेठ शिक्षा: एल.एल.बी. (वकालत) शिक्षा: बडोदरा कॉलेज, मुम्बई विश्वविद्यालय  भाषा: गुजराती, हिंदी और अंग्रेजी पेशा: स्वतंत्रता सेनानी, राजनेता, वकील, लेखक शैली: पौराणिक कथाएँ, ऐतिहासिक कथाएँ स्थापित संगठन: भारतीय विद्या भवन कॉलेज,  प्रसिद्धि: स्वतंत्रता सेनानी, राजनेता, क़ानून विशेषज्ञ, साहित्यकार तथा शिक्षाविद आंदोलन: होम रूल आंदोलन, बारदोली सत्याग्रह, नमक सत्याग्रह, सविनय अवज्ञा आन्दोलन रचनाएँ: नाटक:- ब्रह्मचर्याश्रम 1931, डॉ. मधुरिका  1936, पौराणिक नाटको, उपन्यास:- मारी कमला  1912, वर्नी वासुलत 1913, पटन्नी प्रभुता  1916, गुजरातनो नाथ  1917, राजाधिराज  1918, पृथ्वीवल्लभ  1921, स्वप्नदिष्ट  1924, लोपामुद्रा  1930, जय सोमनाथ  1940, भगवान परशुराम  1946, तपस्विनी  1957, कोनो वांक, ल

कनकलता बरुआ का जीवन परिचय | Kanaklata Barua ka jeevan parichay | कनकलता बरुआ की लघु जीवनी हिंदी में

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  कनकलता बरुआ का जीवन परिचय | Kanaklata Barua ka jeevan parichay | कनकलता बरुआ की लघु जीवनी हिंदी में | नाम: कनकलता बरुआ  उपनाम: बीरबाला जन्म: 22 दिसम्बर 1924 ई. मृत्यु: 20 सितम्बर 1942 ई. स्थान: गोहपुर, असम, भारत पिता: कृष्णकांत बरुआ,  माता: कर्णेश्वरी देवी आंदोलन: भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन प्रसिद्धि: स्वतंत्रता सेनानी कनकलता बरुआ का जीवन परिचय |   कनकलता बरुआ भारत की स्वतन्त्रता सेनानी थीं। इनका जन्म 22 दिसंबर 1924 को हुआ था। बरुआ का जन्म असम के अविभाजित दरांग जिले के बोरांगबारी गांव में 'कृष्णकांत' और 'कर्णेश्वरी बरुआ' की बेटी के रूप में हुआ था। उनके दादा घाना कांता बरुआ दारंग में एक प्रसिद्ध शिकारी थे। उनके पूर्वज तत्कालीन अहोम राज्य के डोलकाशरिया बरुआ साम्राज्य से थे। जिन्होंने डोलकाशरिया उपाधि को त्याग दिया और बरुआ उपाधि को बरकरार रखा। जब वह केवल पाँच वर्ष की थी तब उसकी माँ की मृत्यु हो गई और जब वह तेरह वर्ष की हुई तो उसके पिता की मृत्यु हो गई। जिन्होंने दूसरी शादी कर ली। वह कक्षा तीन तक स्कूल गई लेकिन फिर अपने छोटे भाई-बहनों की देखभाल के लिए स्कूल छोड़ दिया। कनकल

एन जी रंगा का जीवन परिचय | N. G. Ranga ka jeevan parichay | गोगिनेनी रंगा नायकुलु की लघु जीवनी हिंदी में |

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एन जी रंगा का जीवन परिचय | N. G. Ranga ka jeevan parichay | गोगिनेनी रंगा नायकुलु की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: गोगिनेनी रंगा नायकुलु उपनाम: एन.जी. रंगा जन्म: 7 नवम्बर 1900 ई. मृत्यु: 9 जून 1995 ई. स्थान: आंध्र प्रदेश, भारत पत्नी: भारती देवी शिक्षा: स्नातक, (बीलिट) अर्थशास्त्र में  विद्यालय: आंध्र-क्रिश्चियन कॉलेज, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय  पुरस्कार: पद्म विभूषण पार्टी: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस व्यवसाय: प्रोफेसर, सामाजिक, राजनीतिक कार्यकर्ता प्रसिद्धि: स्वतंत्रता सेनानी तथा किसान नेता पुस्तकें: आधुनिक भारतीय किसान: संबोधनों, भाषणों और लेखों का संग्रह पिछले कार्यालय: लोकसभा सदस्य 1980 से 1991 तक,  👉भारतीय किसान आंदोलन के पिता माना जाता था। 👉1929 में सविनय अवज्ञा आंदोलन में शामिल हो गए। 👉1933 में आंध्र के ऐतिहासिक रैयत आंदोलन का नेतृत्व किया। 👉1930 से 1991 तक छह दशकों तक भारतीय संसद में कार्य किया। 👉1946 में संविधान सभा के सदस्य के रूप में चुना गया। 👉समाज सुधार के क्षेत्र में भी एन.जी. रंगा अग्रणी रहे। वर्ष 1923 में उन्होंने अपने घर का कुआँ हरिजनों के लिए खोल दिया था। एन जी रंगा क

उस्ताद दामन का जीवन परिचय | Ustad Daman ka jeevan parichay | उस्ताद दामन की लघु जीवनी हिंदी में |

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उस्ताद दामन का जीवन परिचय | Ustad Daman ka jeevan parichay | उस्ताद दामन की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: चिराग दीन उपनाम: उस्ताद दामन जन्म: 3 सितंबर, 1911 ई. स्थान: लाहौर, ब्रिटिश भारत  निधन: 3 दिसंबर, 1984 ई. स्थान: लाहौर, ब्रिटिश भारत व्यवसाय: पंजाबी भाषा के कवि, रहस्यवादी भारतीय स्वतंत्रता सेनानी उस्ताद दामन का जीवन परिचय | एक प्रसिद्ध पंजाबी कवि उस्ताद दामन का जन्म 3 सितंबर 1911 को हुआ था। उस्ताद दमन का जन्म नाम चिराग दीन था। इनके पिता का नाम मियां मीर बख्श था। वह जीवन भर लाहौर में रहे और एक दर्जी के रूप में काम किया।  उस्ताद दमन एक पंजाबी कवि, लेखक और एक रहस्यवादी थे। उन्हें राजनीति में मियां इफ्तिखारुद्दीन द्वारा लाया गया था। जो एक वामपंथी राजनेता, पाकिस्तान आंदोलन के सदस्य और लाहौर, पाकिस्तान के एक प्रमुख समाचार पत्र, पाकिस्तान टाइम्स के मालिक थे। उस्ताद दामन को भाषा के संदर्भ में भी उर्दू, हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, फारसी और बंगाली इसके अलावा कुछ पश्तो भी जानते थे। उस्ताद दामन की खासियत यह है। कि हर समसामयिक घटना दमन उसका तखलास था। 1947 में भारत के विभाजन के बाद कई दशकों तक पाकिस

उषा मेहता का जीवन परिचय | Usha Mehta ka jeevan parichay | उषा मेहता की लघु जीवनी हिंदी में |

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  उषा मेहता का जीवन परिचय | Usha Mehta ka jeevan parichay | उषा मेहता की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: उषा मेहता जन्म: 25 मार्च 1920 ई. स्थान: सूरत, भारत निधन: 11 अगस्त, 2000 ई. स्थान: मुंबई, भारत पिता: हरिप्रसाद मेहता माता: घेलिबेन मेहता वैवाहिक स्थिति: अविवाहित शिक्षा: मुम्बई विश्वविद्यालय (स्नातक, पीएचडी) पेशा: कार्यकर्ता, प्रोफ़ेसर, स्वतंत्रता सेनानी पुरस्कार: पद्म विभूषण 👉प्रसिद्धि का कारण: 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में कांग्रेस गुप्त रेडियो को शुरूआत।  उषा मेहता का जीवन परिचय। भारत की स्वतंत्रता सेनानी उषा मेहता का जन्म गुजराती परिवार में 25 मार्च 1920 में सूरत के पास एक गाँव सारस में हुआ था। वे अपने माता पिता की लाड़ली बेटी थी। उषा मेहता के पिता का नाम हरिप्रसाद मेहता था। वह एक न्यायाधीश थे। उषा मेहता की माता का नाम घेनिबेन मेहता था। जो कि ग्रहणी थी। उषा मेहता के परिवार में उनका एक भाई भी था। उषा की प्रारंभिक स्कूली शिक्षा खेड़ा और भरूच में और फिर चंदारामजी हाई स्कूल, बॉम्बे में हुई। वह एक औसत छात्रा थी। 1935 में, उनकी मैट्रिक परीक्षा ने उन्हें अपनी कक्षा के शीर्ष 25 छात्रों मे

राष्ट्रकवि बालकवि बैरागी का जीवन परिचय | Balkavi Bairagi ka jeevan parichay | बालकवि बैरागी की लघु जीवनी हिंदी में |

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राष्ट्रकवि बालकवि बैरागी का जीवन परिचय | Balkavi Bairagi ka jeevan parichay | बालकवि बैरागी की लघु जीवनी हिंदी में |  मूलनाम: नंदराम दास बैरागी उपनाम: बालकवि बैरागी  जन्म: 10 फरवरी 1931ई. मृत्यु: 13 मई 2018 ई. स्थान: मनासा, मध्य प्रदेश  पिता: द्वारिकादास बैरागी शिक्षा: विक्रम विश्वविद्यालय (स्नातकोत्तर) पार्टी: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पेशा: कवि, फिल्म गीतकार, राजनीतिज्ञ, रचनाएँ : गौरव-गीत, दरद दीवानी, दो टूक, झर गए पात, बिसर गई टेहनी, चाँद में धब्बा, चाय बनाओ, आकाश, विश्वास, सारा देश हमारा, मेरे देश के लाल, खुद सागर बन जाओ, रेत के रिश्ते, भावी रक्षक देश के, आदि है। 👉मध्य प्रदेश से राज्य सभा के सदस्य 1998 से 2004 तक 👉मध्य प्रदेश से लोकसभा के सदस्य 1984 से 1989 तक  👉मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री 1980 से 1985 तक। राष्ट्रकवि बालकवि बैरागी का जीवन परिचय । हिन्दी कवि और लेखक आदरणीय  बालकवि बैरागी जी का जन्म 10 फरवरी 1931 को मंदसौर की मनासा तहसील के रामपुरा गाँव में हुआ था। 13 मई 2018 को 87 वर्ष की आयु में उनकी नींद में ही मृत्यु हो गई। इनका मूल नाम नंदराम बैरागी था। उन्हें लोकप्र

राष्ट्रकवि जीएस शिवरुद्रप्पा का जीवन परिचय | GS Shivarudrappa ka jeevan parichay | गुग्गरी शांतवीरप्पा शिवरुद्रप्पा की लघु जीवनी हिंदी में |

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  राष्ट्रकवि जीएस शिवरुद्रप्पा का जीवन परिचय | GS Shivarudrappa ka jeevan parichay | गुग्गरी शांतवीरप्पा शिवरुद्रप्पा की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: गुग्गरी शांतवीरप्पा शिवरुद्रप्पा उपनाम: जी.एस शिवरुद्रप्पा जन्म: 7 फरवरी 1926 ई. स्थान: इस्सुरु, कर्नाटक मृत्यु: 23 दिसंबर 2013 ई. स्थान: बैंगलोर, कर्नाटक, भारत पत्नी: जीएस रुद्रानी पद्मावती एम. शिक्षा: बी.ए,एम.ए विद्यालय: मैसूर विश्वविद्यालय  पेशा: लेखक, प्रोफेसर, शोधकर्ता शैली: कविता, आलोचना साहित्यिक आंदोलन: नव्या , नवोदय और प्रगतिशीला  पुस्तकें: काव्यार्थ चिंतन, तुम्हारे और मेरे बीच, शरण पथ पुरस्कार: पम्पा पुरस्कार 1998, राष्ट्रकवि पुरस्कार 2006, साहित्य कला कौस्तुभा 2010, आदि। रचनाएँ: कविता:- सामगान, चक्रगति, देवशिल्पा, अनावरण, तीर्थवाणी, कार्तिका, गोधे, कादिना कत्थलल्ली, अग्निपर्व, समग्र काव्य, नाना हनाथे,  आलोचना:- परिशीलन, विमर्शेय पूर्व पश्चिमा, काव्यार्थ चिंतन, गट्टीबिम्भा, अनुरानाना, प्रतिकारिये, कन्नड़ साहित्य समीक्षा, महाकाव्य स्वरूपा, यवुदु सन्नादल्ला, पम्पा: ओंदु अध्ययन, यात्रा वृत्तांत:- गंगेय शिखरगाल्ली, अमेरिकाडल्ली कन्नड

राष्ट्रकवि प्रदीप का जीवन परिचय | kavi pradeep ka jeevan parichay | कवि प्रदीप की लघु जीवनी हिंदी में |

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राष्ट्रकवि प्रदीप का जीवन परिचय | kavi pradeep ka jeevan parichay | कवि प्रदीप की लघु जीवनी हिंदी में |  मूलनाम: रामचन्द्र नारायणजी द्विवेदी उपनाम: कवि प्रदीप जन्म: 6 फरवरी 1915 ई. स्थान: बड़नगर, मध्य प्रदेश,  मृत्यु: 11 दिसंबर 1998 ई. स्थान: मुंबई, महाराष्ट्र, भारत मृत्यु कारण: कैंसर पिता: नारायण भट्ट पत्नी: सुभद्रा बेन शिक्षा: स्नातक विद्यालय: लखनऊ विश्वविद्यालय, विषय: देशप्रेम, भक्ति पेशा: कवि, गीतकार, स्वतंत्रता सेनानी पुरस्कार: दादा साहेब फाल्के पुरस्कार  1997, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार 1961,  फ़िल्में: जय संतोषी माँ, जाग्रति, बंधन, बंधन, किस्मत, नास्तिक, हरि दर्शन, कभी धूप कभी छाँव, पैग़ाम, स्कूल मास्टर, वामन अवतार आदि। मुख्य रचनाएँ: ऐ मेरे वतन के लोगो, आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ, दे दी हमें आज़ादी, हम लाये हैं तूफ़ान से, मैं तो आरती उतारूँ, पिंजरे के पंछी रे, तेरे द्वार खड़ा भगवान, दूर हटो ऐ दुनिया वालों, इंसाफ की डगर पे, चल अकेला चल अकेला, आदि कवि प्रदीप का जीवन परिचय।  कवि प्रदीप का जन्म 6 फ़रवरी, 1915 को मध्य प्रदेश में उज्जैन के बड़नगर नामक क़स्बे में हुआ था। प्रदीप जी का अस

कुवेम्पु का जीवन परिचय | kuvempu ka jeevan parichay | कुप्पल्ली वेंकटप्पा पुट्टप्पा की लघु जीवनी हिंदी में |

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  कुवेम्पु का जीवन परिचय | kuvempu ka jeevan parichay | कुप्पल्ली वेंकटप्पा पुट्टप्पा की लघु जीवनी हिंदी में | नाम: कुप्पल्ली वेंकटप्पा पुट्टप्पा उपनाम: कुवेम्पु जन्म: 29 दिसंबर 1904 ई. स्थान: कुप्पली, शिवमोगा, कर्नाटक मृत्यु: 11 नवंबर 1994 ई. स्थान: मैसूर, कर्नाटक पिता: वेंकटप्पा गौड़, माता: सीथम्मा पत्नी: हेमवती पेशा: कवि, उपन्यासकार, नाटककार, शिक्षाविद शैली: गल्प, नाटक पुरस्कार: राष्ट्रकवि 1964, कर्नाटक रत्न 1992, पद्म विभूषण 1988, ज्ञानपीठ पुरस्कार 1967, पद्म भूषण 1958, साहित्य अकादमी पुरस्कार 1955, रचनाएँ: श्रीरामायण दर्शनम्, अमलन कथे, पांचजन्य, अनिकेतन, शूद्र तपस्वी, वाल्मीकीय भाग्य, तपोनंदन, आदि रचनाएँ: उपन्यास:- कनुरु हेग्गादिति 1936, मालेगल्लाल्ली मदुमगलु 1967,  नाटक:- जलगारा 1928, बिरुगली 1930, महारात्रि 1931, श्मशान कुरूक्षेत्र 1931, रक्ताक्षी 1932, शूद्र तपस्वी 1944, बेराल्गेकोरल 1947, यमना सोलु, चन्द्रहास, बलिदान, कनीना 1974, जीवनी:- स्वामी विवेकानन्द 1932, श्री रामकृष्ण परमहंस 1934, अनुवाद:- गुरुविनोदने देवरेदगे, जनप्रिय वाल्मिकी रामायण, निबंध:- मैलेनाडिना चित्रगलु  1933

राष्ट्रकवि एम गोविंदा पई का जीवन परिचय | M Govinda Pai ka jeevan parichay | मंजेश्वर गोविंदा पै की लघु जीवनी हिंदी में |

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राष्ट्रकवि एम गोविंदा पई का जीवन परिचय | M Govinda Pai ka jeevan parichay | मंजेश्वर गोविंदा पै की लघु जीवनी हिंदी में |  पुरानाम: मंजेश्वर गोविंदा पै  उपनाम: एम. गोविंदा पई जन्म: 23 मार्च 1883 ई. मृत्यु: 6 सितंबर 1963 ई. स्थान: मंजेश्वर, केरल पिता: थिमप्पा पै माता: देवकी अम्मा पत्नी: कृष्णा बाई पेशा: लेखक पुरस्कार: राष्ट्रकवि पुरस्कार 1949,  रचनाएँ: गिलिविन्दु, हृदयारंगा, नंददीप, हेब्बेरालु, चित्रभानु, वैशाखी, मन्निना सोगाडु, ताई, गोलगोथा, आदि । एम. गोविंदा पई का जीवन परिचय।  गोविंदा पाई का जन्म 23 मार्च 1883 को कोंकणी गौड़ सारस्वत ब्राह्मण परिवार में उनके नाना के घर मंजेश्वर में हुआ था।वह मैंगलोर साहूकार थिमप्पा पई और देवकी अम्मा के पहले पुत्र थे। गोविंदा पई मिशन स्कूल गए। और फिर मैंगलोर के केनरा हाई स्कूल गए। कॉलेज की शिक्षा के लिए पई मद्रास चले गये। पिता की आकस्मिक मृत्यु के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा।  मंजेश्वर गोविंदा पै जिन्हें राष्ट्रकवि गोविंदा पै के नाम से भी जाना जाता है। एक  कन्नड़ कवि थे। उन्हें मद्रास सरकार द्वारा प्रथम राष्ट्रकवि की उपाधि से सम्मानित किया गया था। राष्ट्

राष्ट्रकवि सुब्रमण्यम भारती का जीवन परिचय | C. Subramania Bharati ka jeevan parichay | सी. सुब्रमण्यम भारती की लघु जीवनी हिंदी में |

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राष्ट्रकवि सुब्रमण्यम भारती का जीवन परिचय | C. Subramania Bharati ka jeevan parichay | सी. सुब्रमण्यम भारती की लघु जीवनी हिंदी में |   नाम: सुब्रमण्यम भारती उपनाम: महाकवि भरतियार, भारती जन्म: 11 दिसम्बर, 1882 ई. स्थान: एट्टियपुरम, तमिलनाडु मृत्यु: 11 सितम्बर, 1921 ई.  स्थान: चेन्नई, तमिलनाडु, भारत  पिता: चिन्नास्वामी सुब्रमण्य अय्यर माता: लक्ष्मी अम्मल पत्नी: चेल्लम्मा आंदोलन: भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन पेशा: पत्रकार, कवि, लेखक, अध्यापक, देश-भक्त, कार्यकर्ता, कर्नाटक संगीतकार मुख्य रचनाएँ: स्वदेश मित्रम, चक्रवर्तिनी, इण्डिया, सूर्योदयम, कर्मयोगी, पुड़िया रूस, ज्ञानारथम, कुयिल पाउ, आदि। राष्ट्रकवि सुब्रमण्यम भारती का जीवन परिचय |  सुब्रह्मण्य भारती एक तमिल कवि थे। उनको 'महाकवि भारतियार' के नाम से भी जाना जाता है। उनकी कविताओं में राष्ट्र भक्ति कूट-कूट कर भरी हुई है।  भारती जी का जन्म भारत के दक्षिणी प्रान्त तमिलनाडु के एक् गांव एट्टयपुरम् में एक तमिल ब्राह्मण परिवार में 11 दिसम्बर 1882 को हुआ था। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा स्थानीय विद्यालय में ही हुई। मेधावी छात्र होने के नाते वहां के

दुरसा आढ़ा का जीवन परिचय | Dursa Arha ka jeevan parichay | दुरसा अरहा की लघु जीवनी हिंदी में |

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  दुरसा आढ़ा का जीवन परिचय | Dursa Arha ka jeevan parichay |दुरसा आढ़ा की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: दुरसा आढ़ा जन्म: 1535 ई, वि.स.1592, स्थान: पाली, राजस्थान मृत्यु: 1655 ई., पंचेतिया पिता: मेहाजी अरहा भाषा: डिंगल राजस्थानी भाषा पेशा: कवि योद्धा सलाहकार रचनाएँ: विरुद चिहट्टारी, दोहा सोलंकी विरमदेवजी रा, झुलाणा राव सुरतान रा, मरसिया रव सुरतन र, झूलाना राजा मानसिंह मच्छवाह रा, झूलाणा रावत मेघा रा, गित राजी श्री रोहितासजी रा, झुलाणा राव अमरसिंह गजसिंघोता, किरता भवानी, माताजी रा छंद, श्री कुमार अज्जाजी न भूचर मोरी नी गजगत, आदि। महाकवि दुरसा अरहा का जीवन परिचय।  भारत के पहले राष्ट्रवादी कवि, वह एक प्रसिद्ध साहित्यकार, इतिहासकार, युद्ध सेनापति, सलाहकार, प्रशासक, सामंत  और मजिस्ट्रेट थे। दुरसा आढ़ा का जन्म 1535 ईस्वी में  मारवाड़ राज्य के  सोजत परगना पाली  के पास धुंडला गाँव में हुआ था। उनके पिता मेहाजी अरहा हिंगलाज माता के बहुत बड़े भक्त थे और उन्होंने  बलूचिस्तान में हिंगलाज शक्तिपीठ की तीन बार तीर्थयात्रा की थी। उनके पूर्वज सांचौर के पास जालोर जिले में स्थित असाढ़ा गांव से आए थे और इसी स

सोहन लाल द्विवेदी का जीवन परिचय | Sohan Lal Dwivedi ka jeevan parichay | सोहन लाल द्विवेदी की लघु जीवनी हिंदी में |

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सोहन लाल द्विवेदी का जीवन परिचय | Sohan Lal Dwivedi ka jeevan parichay | सोहन लाल द्विवेदी की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: सोहन लाल द्विवेदी जन्म: 22 फरवरी 1906 ई. स्थान: बिंदकी,उ.प्र.,भारत मृत्यु: 1 मार्च 1988 ई. स्थान: कानपुर, भारत पिता: वृन्दावनप्रसाद द्विवेदी माता: सार्वित द्विवेदी शिक्षा: एम.ए. भाषा: खड़ी बोली का प्रयोग लेखन विधा: काव्य, बाल-साहित्य  प्रथम रचना: भैरवी 1941 काल: आधुनिक काल सम्पादन: अधिकार, बालसखा शैली: प्रबन्ध एवं मुक्तक दोनों शैली का प्रयोग व्यवसाय: कवि, लेखक, स्वतंत्रता सेनानी पुरस्कार: पद्मश्री 1969,  प्रमुख रचनाएँ : भैरवी, पूजागीत, जय गांधी, सेवाग्राम, प्रभाती, युगाधार, कुणाल, चेतना, गान्ध्ययन, अंधेरी राठ, विषपान, हम बलवीर, बाँसुरी, तथा बच्चों के लिए दूधबतासा, आदि। सोहन लाल द्विवेदी का जीवन परिचय। कवि सोहन लाल द्विवेदी गांधीवादी और स्वतंत्रता सेनानी और एक भारतीय कवि थे। सोहन लाल द्विवेदी का जन्म 22 फरवरी सन् 1906 को उत्तर प्रदेश के  फतेहपुर जिले की तहसील बिन्दकी  ग्राम सिजौली नामक स्थान में हुआ था। इनके पिता का नाम श्री वृन्दावनप्रसाद द्विवेदी और माता का नाम सा

सोम ठाकुर का जीवन परिचय | Som Thakur ka jeevan parichay | सोम प्रकाश ठाकुर की लघु जीवनी हिंदी में |

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सोम ठाकुर का जीवन परिचय | Som Thakur ka jeevan parichay | सोम प्रकाश ठाकुर की लघु जीवनी हिंदी में |  पुरानाम: सोम प्रकाश ठाकुर नाम: सोम ठाकुर जन्म: 5 मार्च 1934 ई.  स्थान: आगरा, उत्तर प्रदेश पिता: दीपचन्द ठाकुर  माता: श्यामदेवी पत्नी: सुमन लता विद्यालय: आगरा कॉलेज, आगरा  शिक्षा: बी.ए, एम.ए. प्रसिद्धि: ब्रजभाषा के छंद और लोक गीतों के रचनाकार। पुरस्कार: भारतीय आत्मा पुरस्कार, ब्रजभाषा पुरस्कार, महीयसी महादेवी वर्मा पुरस्कार,  रचनाएँ: अभियान, एक ऋचा पाटल को, चंदन और अबीर, लोकप्रिया, ब्रज-छन्दिमा, आदि। 👉1959 से 1963 तक आपने 'आगरा कॉलेज' में अध्यापन कर्य किया और फिर 1963 से 1969 तक 'सेन्ट जोन्स कॉलेज', आगरा में पढ़ाया। उसके बाद में इस्तीफा देकर मैनपुरी चले गए। सोम ठाकुर का जीवन परिचय। सोम ठाकुर हिन्दी के कवि एवं नवगीतकार  हैं। कवि सोम ठाकुर का जन्म 5 मार्च, 1934 को अहीर पाड़ा, राजामंडी, आगरा, उत्तर प्रदेश में हुआ था। इनके पिता का नाम दीपचन्द ठाकुर तथा माता श्रीमति श्यामदेवी थीं। माता-पिता की इकलौती संतान होने के कारण इनका पालन-पोषण बड़े प्यार से हुआ। इनका बाल्यकाल का नाम सो

सूर्यकुमार पाण्डेय का जीवन परिचय | Suryakumar Pandey ka jeevan parichay | सूर्यकुमार पाण्डेय की लघु जीवनी हिंदी में |

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  सूर्यकुमार पाण्डेय का जीवन परिचय | Suryakumar Pandey ka jeevan parichay | सूर्यकुमार पाण्डेय की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: सूर्यकुमार पाण्डेय जन्म्: 10अक्तूबर 1954 ई. स्थान: बलिया, उत्तर प्रदेश शिक्षा: लखनऊ विश्वविद्यालय (स्नातकोत्तर) व्यवसाय: कवि, लेखक पुरस्कार: काका हथ्रासी पुरस्कार, सूर पुरस्कार, सोहनलाल द्विवेदी सम्मान, अट्टाहस सम्मान, भारतेन्दु हरीश्चन्द्र पुरस्कार, व्यंग्यश्री सम्मान, आदि। रचनाएँ: गीत तुम्हारे 1977, चिकने घड़े 1993, वाह वाह, रुकावट के लिए खेद है, पांडेजी के पटाखे, पांडेजी के ठहाके, पेट में दाढ़ियाँ हैं, लाट साहब के ठाठ, गीत मंजरी 1981, आदि। कवि सूर्य कुमार पाण्डेय जी का जीवन परिचय। सूर्यकुमार पाण्डेय एक हिंदी कवि, हास्य लेखक और व्यंग्यकार हैं। उनके विशिष्ट  भाषा शैली के कारण वे एक प्रसिद्ध हास्य कवि के रूप में अभिज्ञात हैं।  कवि सूर्यकुमार पांडेय का जन्म पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया में 10 अक्तूबर 1954 में हुआ था। बलिया मे प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे लखनऊ चले गए। लखनऊ विश्वविद्यालय से गणितीय सांख्यिकी में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त करने के बाद, स

सुभद्रा कुमारी चौहान का जीवन परिचय | Subhadra Kumari Chauhan ka jeevan parichay | सुभद्रा कुमारी चौहान की लघु जीवनी हिंदी में |

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सुभद्रा कुमारी चौहान का जीवन परिचय | Subhadra Kumari Chauhan ka jeevan parichay | सुभद्रा कुमारी चौहान की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: सुभद्रा कुमारी चौहान जन्म्: 16 अगस्त 1904 ई. स्थान: निहालपुर, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश मृत्यु: 15 फरवरी 1948 ई. स्थान: सिवनी, मध्य प्रदेश,  पिता: ठाकुर रामनाथ सिंह  पति: ठाकुर लक्ष्मण सिंह चौहान विद्यालय: क्रॉस्थवेट गर्ल्स स्कूल, इलाहाबाद शिक्षा: नौवीं कक्षा पास पेशा: लेखिका, कवयित्री  शैली: कविता  भाषा: खड़ी बोली विषय: सामाजिक, देशप्रेम, हिंदी साहित्य पुरस्कार: सेकसरिया पुरस्कार प्रसिद्धि: स्वतंत्रता सेनानी, कवयित्री, कहानीकार प्रसिद्ध रचनाएँ: झाँसी की रानी, मुकुल, त्रिधारा, बिखरे मोती, सीधे साधे चित्र, आदि। रचनाएँ: कविता संग्रह:- खिलोनेवाला, त्रिधरा, मुकुल 1930, ये कदंब का पेड़, सीधे-सादे चित्र 1946, मेरा नया बचपन 1946, बिखरे मोती 1932, झाँसी की रानी, आदि। बाल साहित्य:- झाँसी की रानी, स्टेपब का पेड़, सभा का खेल लघु कथाएँ:- हिंगवाला  कहानी संग्रह:- लीबिया मोती 1932, उन्मादिनी 1934, सीधे-साधे चित्र 1947, सीधे-साधे चित्र 1983 कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान

सियारामशरण गुप्त का जीवन परिचय | Siyaramsharan Gupt ka jeevan parichay | सियारामशरण गुप्त की लघु जीवनी हिंदी में |

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सियारामशरण गुप्त का जीवन परिचय | Siyaramsharan Gupt ka jeevan parichay | सियारामशरण गुप्त की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: सियारामशरण गुप्त  जन्म: 4 सितंबर 1895 ई. स्थान: चिरगाँव, झांसी, उत्तर प्रदेश  मृत्यु: 29 मार्च 1963 ई. पिता: सेठ रामचरण गुप्ता, माता: श्रीमती कौशल्या बाई पेशा: कवि, कथाकार और निबन्ध लेखक भाषा: हिंदी, गुजराती, अंग्रेज़ी और उर्दू  पुरस्कार: 1941 सुधाकर पदक, 1962 सरस्वती हीरक जयन्ती, रचनाएँ: खण्ड काव्य:- मौर्य विजय 1914, अनाथ 1917, आर्द्रा1927, विषाद 1925, दूर्वा दल 1924, आत्मोत्सर्ग 1931, पाथेय 1933, मृण्मयी 1936, बापू 1937, उन्मुक्त 1940, दैनिकी 1942, नकुल 1946, सुनन्दा और गोपिका। कहानी संग्रह:- मानुषी नाटक:- पुण्य पर्व अनुवाद:- गीता सम्वाद नाट्य:- उन्मुक्त गीत कविता संग्रह:- अनुरुपा तथा अमृत पुत्र काव्यग्रन्थ:- दैनिकी नकुल, नोआखली में, जय हिन्द, पाथेय, मृण्मयी तथा आत्मोसर्ग। उपन्यास:- अन्तिम आकांक्षा तथा नारी और गोद। निबन्ध संग्रह:- झूठ-सच। पद्यानुवाद:- ईषोपनिषद, धम्मपद और भगवत गीता 👉'मौर्य विजय' इनकी प्रथम रचना सन् 1914 में लिखी। 👉सियारामशरण गुप्त राष्ट्र

श्याम नारायण पाण्डेय का जीवन परिचय | Shyam Narayan Pandey ka jeevan parichay | श्याम नारायण पाण्डेय की लघु जीवनी हिंदी में |

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श्याम नारायण पाण्डेय का जीवन परिचय | Shyam Narayan Pandey ka jeevan parichay | श्याम नारायण पाण्डेय की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: श्याम नारायण पांडेय जन्म: सन् 1907 ई. मृत्यु: सन् 1991 ई. स्थान: डुमराँव, आजमगढ़, उत्तर प्रदेश माता: रानी जयवंत कुंवर पिता: महाराणा उदय सिंह प्रसिद्धि: वीर रस के कवि। भाषा: शुद्धशास्त्रज्ञ खड़ीबोली। शैली: मुक्तक और प्रबन्ध पुरस्कार: देव पुरस्कार  प्रसिद्ध रचनाएँ: हल्दीघाटी, जौहर, तुमुल, रूपान्तर, आरती, जय हनुमान, आदि रचनाएँ: हल्दीघाटी, जौहर, शिवाजी, तुमुल, रूपान्तर, आरती, जय पराजय, गोरा वध, जय हनुमान, प्रशुराम, राणा ! तू इसकी रक्षा कर, आदि। साहित्य में स्थान: राष्ट्रकवि के रूप में स्थान प्राप्त है। श्याम नारायण पाण्डेय का जीवन परिचय | प्रसिद्ध वीर रस के कवि श्याम नारायण पाण्डेय का जन्म श्रावण कृष्ण पञ्चमी सम्वत् 1964, तदनुसार ईसवी सन् 1907 में ग्राम डुमराँव, जिला मऊ, उत्तर प्रदेश में हुआ था। इनके पिता का नाम महाराणा उदय सिंह और माता का नाम रानी जयवंत कुंवर था। इनकी आरम्भिक शिक्षा के बाद ये संस्कृत अध्ययन के लिए  काशी चले गये। यहीं रहकर काशी विद्यापीठ से उन्

शैल चतुर्वेदी का जीवन परिचय | Shail Chaturvedi ka jeevan parichay | शैल चतुर्वेदी की लघु जीवनी हिंदी में |

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शैल चतुर्वेदी का जीवन परिचय | Shail Chaturvedi ka jeevan parichay | शैल चतुर्वेदी की लघु जीवनी हिंदी में | नाम: शैल चतुर्वेदी  जन्म: 29 जून 1936 ई. स्थान: अमरावती, महाराष्ट्र मृत्यु: 29 अक्टूबर 2007 ई. स्थान: मलाड, मुंबई, भारत पत्नी: दया  पेशा: कवि, व्यंग्यकार, गीतकार,  अभिनेता शैली: हास्य रचनाएँ: चल गई 1988, बाजार का ये हाल है, लेन देन, तुम वाकई गधे हो, सौदागर ईमान के, कब मर रहें हैं, भीख माँगते शर्म नहीं आती, आँख और लड़की, पेट का सवाल है, हे वोटर महाराज, मूल अधिकार, दफ़्तरीय कविताएं, देश के लिये नेता, पुराना पेटीकोट, औरत पालने को कलेजा चाहिये, उल्लू बनाती हो, तू-तू मैं-मैं, एक से एक बढ़ के, अप्रेल फूल, यहाँ कौन सुखी है, गांधी की गीता, मजनूं का बाप, शायरी का इंक़लाब, दागो - भागो, फ़िल्मी निर्माताओं से, आदि। शैल चतुर्वेदी का जीवन परिचय।  कवि शैल चतुर्वेदी का जन्म 29 जून 1936 को अमरावती, महाराष्ट्र में हुआ था।  उन्होंने अपना करियर इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एक व्याख्याता के रूप में शुरू किया, जल्द ही विभिन्न कवि सम्मेलनों में भाग लेना शुरू कर दिया। और अपनी तीखी राजनीतिक टिप्पणियों के सा

शिवदीन राम जोशी का जीवन परिचय | Shivdin Ram Joshi ka jeevan parichay | शिवदीन राम जोशी की लघु जीवनी हिंदी में |

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  शिवदीन राम जोशी का जीवन परिचय | Shivdin Ram Joshi ka jeevan parichay | शिवदीन राम जोशी की लघु जीवनी हिंदी में | नाम: शिवदीन राम जोशी  जन्म: 10 जून 1921 ई. निधन: 27 जुलाई 2006 ई. स्थान: खंडेला, सीकर, राजस्थान पिता: सूरजभान,  माता: लक्ष्मी भाषा: राजस्थानी, ब्रज मिश्रित खड़ी बोली प्रसिद्धि: कवि और साहित्यकार रचनाएँ: छंद तरंग, छन्द प्रवाह, अनुभव लहर, कृष्ण सुदामा चरित्र, शिवनन्दिनी, आदि। शिवदीन राम जोशी का जीवन परिचय।  कवि शिवदीन राम जोशी का जन्म 10 जून, 1921को राजस्थान के सीकर ज़िले में खंडेला नामक स्थान पर हुआ था। इनके पिता का नाम सूरजभान तथा माता  का नाम लक्ष्मी था। शिवदीन राम जोशी ने अपनी अल्प अवस्था दस वर्ष की उम्र से ही लेखन कार्य शुरू कर दिया था। उनका यह लेखन कार्य जीवन पर्यंत चलता ही रहा। शिवदीन राम जोशी एक भारतीय कवि थे। उनके साहित्य में सवैया, मनहर, मतगयंद, कुंडली छंद ओर कवित्त का प्रयोग तथा धमाल, भजन ओर गजलों का समावेश है। पद्यात्मक रचनाओं का विषय ज्ञान, वैराग्य, प्रेम, प्रकृति चित्रण, प्रार्थना और उपदेश के साथ-साथ समाज में व्याप्त कुरीतियों, पाखंड, भ्रष्टाचार एवं काल चिंतन उन

शंकरलाल द्विवेदी का जीवन परिचय | Shankarlal Dwivedi ka jeevan parichay | शंकरलाल द्विवेदी की लघु जीवनी हिंदी में |

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शंकरलाल द्विवेदी का जीवन परिचय | Shankarlal Dwivedi ka jeevan parichay | शंकरलाल द्विवेदी की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: शंकरलाल द्विवेदी  उपनाम: 'शंकर' द्विवेदी जन्म: 21 जुलाई 1941 ई. स्थान: बारौली, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश मृत्यु: 27 जुलाई 1981 ई. स्थान: मथुरा, उत्तर प्रदेश पिता: श्री चम्पाराम शर्मा माता: श्रीमती भौती देवी पत्नी: श्रीमती कृष्णा द्विवेदी शिक्षा: आगरा कॉलेज,(स्नातकोत्तर हिंदी में) पेशा: कवि, लेखक, शिक्षाविद आंदोलन: राष्ट्रवाद, प्रगतिवाद काल: आधुनिक काल विधा: पद्य और गद्य विषय: कविता, गीत, गीतिका, मुक्तक,  समीक्षा, रचनाएँ: इस तिरंगे को कभी झुकने न दोगे 1965, युद्ध केवल युद्ध 1966, काश्मीर के लिए न शम्सीरें तानो 1964, शीष कटते हैं कभी झुकते नहीं 1965, मुर्दा श्वाँस जिया करतीं हैं 1962, शिव-शंकर तुझे पुकारे 1963, प्राणों से प्रिय जिन्हें वतन 1965, धुआँ ही धुआँ है, धुआँ भर गया चन्दन-वन में 1967, युवक तू सोया हुआ है, खोजने होंगे हमें सत्वर, जय जन्मभूमि बोली, टीका करो, लो रक्त का, माथे की बिंदी है हिंदी, सत्य की हत्या, निठुर घन से, प्यार पनघटों को दे दूँगा, ताजमहल, गाँधी

वृन्द का जीवन परिचय। Vrind ka jeevan parichay | वृन्द की लघु जीवनी हिंदी में |

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  वृन्द का जीवन परिचय | Vrind ka jeevan parichay | वृन्द की लघु जीवनी हिंदी में |  पूरानाम: वृन्दावनदास उपनाम: वृन्द जन्म: सन् 1643 ई. मृत्यु: सन् 1723 ई. स्थान: मेड़ता, जोधपुर, राजस्थान पिता: रुप जी माता: कौशल्या पत्नी: नवरंगदे काल: रीतिकालीन कवि पेशा: हिंदी साहित्य के कवि प्रसिद्ध रचनाएँ: नीतित्साई 1704, वृन्द सतसई, श्रृंगार शिक्षा 1691,भव पंचासिका, रूपक चयनिका, अलंकार सतसई, हितोपदेश नाटक, आदि। रचनाएँ: शिखर छंद, भाव पंचाशिका, शृंगार शिक्षा, पवन पचीसी, हितोपदेश सन्धि, वृन्द सतसई, वचनिका, सत्य स्वरूप, यमक सतसई, हितोपदेशाष्टक, भारत कथा, 👉वृन्द ने मुगल सम्राट औरंगजेब के यहाँ ये दरबारी कवि रहे। कवि वृन्द का जीवन परिचय।  वृन्द हिन्दी के कवि थे। रीतिकालीन परम्परा के अन्तर्गत वृन्द का नाम आदर के साथ लिया जाता है। इनके नीति के दोहे  बहुत प्रसिद्ध हैं। वह हिंदी साहित्य के रीतिकाल के एक महत्वपूर्ण कवि थे। प्राचीन कवियों की भाँति वृन्द का जीवन परिचय भी प्रमाणिक नहीं है। पं॰ रामनरेश त्रिपाठी इनका जन्म सन् 1643 में मथुरा उत्तर प्रदेश क्षेत्र के किसी गाँव का बताते हैं। इनका पूरा नाम वृन्दावनदास था

लक्ष्मी शंकर बाजपेई का जीवन परिचय | laxmi shankar Bajpai ka jivan parichay | लक्ष्मी शंकर बाजपेई की लघु जीवनी हिंदी में |

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  लक्ष्मी शंकर बाजपेई का जीवन परिचय | laxmi shankar Bajpai ka jivan parichay | लक्ष्मी शंकर बाजपेई की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: लक्ष्मी शंकर बाजपेई जन्म: 10 जनवरी 1955 ई. स्थान: कानपुर, उत्तर प्रदेश पेशा: हिन्दी कवि, आकाशवाणी के उपनिदेशक पत्नी: ममता किरण शिक्षा: एम. एससी.(भौतिक विज्ञान) पुरस्कार: बाल साहित्य पुरस्कार, राष्ट्रभाषा गौरव सम्मान, भारतेंदु सम्मान आदि पुस्तकें: मच्छर मम समझ गय हुन, खुशबू तो बच्चा ली जाये, बेजुबान दर्द, ख़ुशबू तो बचा ली जाए (ग़ज़ल संग्रह),आदि। लक्ष्मी शंकर बाजपेई का जीवन परिचय । लक्ष्मी शंकर बाजपेयी एक कवि, गज़लकार और संचारक हैं। लक्ष्मी शंकर बाजपेई का जन्म 10 जनवरी 1955 को कानपुर, उत्तर प्रदेश में हुआ था। लक्ष्मी शंकर बाजपेयी भौतिक विज्ञान में स्नातकोत्तर किया है। उन्होंने आकाशवाणी ग्वालियर से PEX के रूप में अपना करियर शुरू किया और बीकानेर, अल्मोडा, कठुआ, राष्ट्रीय चैनल आदि जैसे विभिन्न स्टेशनों पर सेवा की। उन्होंने हिंदी कमेंट्री को नए आयाम दिए हैं। और आंखो देखा हाल को जनता के सामने लाया है। लक्ष्मी शंकर बाजपेयी वेनेज़ुएला में आयोजित 2013 विश्व कविता महोत