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रवीन्द्र प्रभात का जीवन परिचय | Ravindra Prabhat ka jeevan parichay | रवीन्द्र प्रभात की लघु जीवनी हिंदी में |

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रवीन्द्र प्रभात का जीवन परिचय | Ravindra Prabhat ka jeevan parichay | रवीन्द्र प्रभात की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: रवीन्द्र प्रभात  उपनाम: प्रभात जन्म: 5 अप्रैल, 1969 ई.  स्थान: सीतामढी, बिहार पत्नी: एम. प्रभात शिक्षा: पत्रकारिता तथा जन संचार में स्नात्कोत्तर विषय: साहित्य और ब्लॉग  पेशा: कवि, लेखक, साहित्यकार, पत्रकार शैली: कविता, ग़ज़ल, कहानी लेखन और ब्लॉग आलोचना प्रसिद्धि: न्यु मिडिया विशेषज्ञ के रूप में पुरस्कार: संवाद सम्मान 2009, सृजनश्री सम्मान 2011, हिन्दी साहित्यश्री सम्मान 2011, बाबा नागार्जुन जन्मशती कथा सम्मान 2012, प्रबलेस चिट्ठाकारिता शिखर सम्मान 2012, आदि प्रसिद्ध रचनाएँ: हम सफर, मत रोना रमजानी चाचा, स्मृतिशेष, ताकि बचा रहे लोकतन्त्र, प्रेम न हाट बिकाय, आदि। रचनाएँ: उपन्यास:-  ताकि बचा रहे लोकतंत्र 2011, प्रेम न हट बिके 2012, प्रतिश्रुति, धरती पकड़ निर्दलीय 2013, लखनऊआ कक्का 2018, कश्मीर 370 किलोमीटर, धरतीपुत्री सीता 2020 कविता संग्रह:- हम सफर 1991(प्रभात जी का पहला कविता संग्रह), मत रोना रमजानी चाचा 1999, स्मृति शेष 2002, ग़ज़ल संग्रह:- हमसफर 1991, मत रोना रमज़ानी चाच

मोहन राणा का जीवन परिचय | Mohan Rana ka jeevan parichay | मोहन राणा की लघु जीवनी हिंदी में |

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मोहन राणा का जीवन परिचय | Mohan Rana ka jeevan parichay | मोहन राणा की लघु जीवनी हिंदी में | नाम: मोहन राणा जन्म: 9 मार्च, 1964 ई.  स्थान: दिल्ली, भारत शिक्षा: दिल्ली विश्वविद्यालय (स्नातक) पेशा: कवि, लेखक पुरस्कार: पद्मानंद साहित्य सम्मान 2008, पुस्तकें: रेत का पुल, आँखें बंद करके,  मानचित्रकार, कविताएँ,  रचनाएँ: कविता संग्रह:- जगह 1994, जैसे जनम कोई दरवाजा 1997, सुबह की डाक 2002, इस छोर पर 2003, पत्थर हो जाएगी नदी 2007, धूप के अँधेरे में 2008, द्विभाषी संग्रह विद आइज़ क्लोज़्ड 2008, द्विभाषी कविता संग्रह ‘पोयम्स’ 2011, रेत का पुल 2012, शेष अनेक 2016, नवीनतम द्विभाषी कविता संग्रह ‘द कार्टोग्राफ़र’ 2020, कविताएँ:- तीसरा पहर, घर, नक़्शानवीस, पनकौआ, पानी का रंग, आएगा संदीपन यहाँ, चचरी पुल, तब नाव नहीं थी, धोबी, कुछ कहना, चकमक, इस जगह का नाम, अपनी कही बात, भरोसा, यह जगह काफ़ी है, होगा एक और शब्द, साधारण क़मीज़, अधिक मास, कि कहने के लिए,  कवि मोहन राणा का जीवन परिचय।   मोहन राणा भारत के एक हिन्दी भाषा के कवि हैं । उनके हिंदी में दस कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। उनकी कविताओं का अनुवाद

मीराबाई का जीवन परिचय | Mirabai ka jeevan parichay | मीराबाई की लघु जीवनी हिंदी में |

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  मीराबाई का जीवन परिचय | Mirabai ka jeevan parichay | मीराबाई की लघु जीवनी हिंदी में |  पूरानाम: जशोदा राव रतन सिंह राठौड़ नाम: मीराबाई उपनाम: मीरा, मीरा बाई, जशोदा जन्म्: सन 1498 ई. स्थान: कुड़की, राजस्थान  मृत्यु: सन 1547 ई. स्थान: द्वारका, गुजरात दादा: राव दूदा माता: वीर कुमारी पिता: रतन सिंह पति: भोजराज  गुरु: संत रैदास या (रविदास) जयंती: शरद पूर्णिमा विषय: कृष्णभक्ति  भाषा: ब्रजभाषा शैली: पदशैली साहित्य काल: भक्तिकाल व्यवसाय: कृष्ण भक्त, संत, कवित्री, गायिका, उपाधि: मरुस्थल की मंदाकिनी प्रसिद्धि: कविताएँ, कृष्ण की भक्ति मुख्य रचनाएँ: नरसी जी का मायरा, गीत गोविंद टीका, राग गोविंद, राग सोरठ के पद, रचनाएँ: ग्रन्थ:- बरसी का मायरा, गीत गोविंद टीका, राग गोविंद, गोविंद टीका, राग सोरठ, मीरा की मल्हार, मीरा पदावली, नरसी जी का मायरा, राग सोरठ के पद, फ़ुटकर पद, चरित, रुक्मणी मंगल, आदि। कविताएं:- सुन लीजो रोटीती मोरी, कृष्ण मंदिरमों मिराबाई नाचे, मीरा की होली, हरि तुम हरो जन की भीर, मेरो दरद न जाणै कोय, प्रभु कब रे मिलोगे, पायो जी म्हें तो राम रतन धन पायो, पग घूँघरू बाँध मीरा नाची रे, पपैया

भारत भूषण का जीवन परिचय | Bharat Bhushan ka jeevan parichay | भारत भूषण की लघु जीवनी हिंदी में |

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भारत भूषण का जीवन परिचय | Bharat Bhushan ka jeevan parichay | भारत भूषण की लघु जीवनी हिंदी में | नाम: भारत भूषण जन्म: 8 जुलाई 1929 ई. स्थान: मेरठ, उत्तरप्रदेश,   मृत्यु: 17 दिसंबर 2011 ई. रचनाएँ: सागर के सीप, राम की जल समाधि, मेरे चुनिंदा गीत, ये असंगति, आदि। भारत भूषण का जीवन परिचय।  भारत भूषण हिन्दी के कवि एवं सुकुमार गीतकार थे। भारत भूषण का जन्म 8 जुलाई 1929 को उत्तरप्रदेश के मेरठ में हुआ था। इन्होंने हिन्दी में स्नातकोत्तर शिक्षा अर्जित की और प्राध्यापन को जीविकावृत्ति के रूप में अपनाया। एक शिक्षक के तौर पर करियर की शुरुआत करने वाले भारत भूषण बाद में काव्य की दुनिया में आए और छा गए। उनकी सैकडों कविताओं व गीतों में सबसे चर्चित 'राम की जलसमाधि' रही। उन्होंने तीन काव्य संग्रह लिखे। पहला सागर के सीप वर्ष 1958 में, दूसरा ये असंगति वर्ष 1993 में और तीसरा मेरे चुनिंदा गीत वर्ष 2008 में प्रकाशित हुआ। वर्ष 1946 से मंच से जुडने वाले भारत भूषण मृत्यु से कुछ महीनों पूर्व तक मंच से गीतों की रसधार बहाते रहे। उन्होंने महादेवी वर्मा, रामधारी सिंह 'दिनकर' जैसे कवि-साहित्यकारों के सा

भवानी प्रसाद मिश्र का जीवन परिचय | Bhavani Prasad Mishra ka jeevan parichay | भवानी प्रसाद मिश्र की लघु जीवनी हिंदी में |

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  भवानी प्रसाद मिश्र का जीवन परिचय | Bhavani Prasad Mishra ka jeevan parichay | भवानी प्रसाद मिश्र की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: भवानी प्रसाद मिश्र जन्म: 29 मार्च 1913 ई. स्थान: होशंगाबाद, मध्यप्रदेश मृत्यु: 20 फरवरी 1985 ई. स्थान: नरसिंहपुर, मध्यप्रदेश माता: गोमती देवी,  पिता: पंडित सीताराम मिश्रा शिक्षा: बी०ए०,  पेशा: कवि, लेखक, स्वतंत्रता सेनानी  भाषा: हिन्दी, अंग्रेज़ी, संस्कृत साहित्यिक काल: छायावादोत्तर काल प्रसिद्धि: हिन्दी के प्रसिद्ध कवि और गाँधीवादी विचारक विधाएँ: कविता, निबंध, संस्मरण, बाल साहित्य, अनुवाद  पुरस्कार: साहित्य अकादमी पुरस्कार, पद्मश्री, शिखर सम्मान,  प्रसिद्ध रचना: गीतफरोश, अंधेरी कविताएं, गांधी पंचशती, बुनी हुई रस्सी, शरीर कविता, फसलें व फूल रचनाएँ: कविता संग्रह:- गीत फरोश, चकित है दुख, गान्धी पंचशती, बुनी हुई रस्सी, खुशबू के शिलालेख, त्रिकाल सन्ध्या, व्यक्तिगत, परिवर्तन जिए, अनाम तुम आते हो, मानसरोवर दिन, सम्प्रति, अँधेरी कविताएँ, तूस की आग, कालजयी, नीली रेखा तक, सन्नाटा, बाल कविताएँ:- तुकों के खेल, संस्मरण:- जिन्होंने मुझे रचा निबन्ध संग्रह:- कुछ नीति कुछ र

बालस्वरूप राही का जीवन परिचय | Balswaroop Raahi ka jeevan parichay | बालस्वरूप राही की जीवनी हिंदी में |

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बालस्वरूप राही का जीवन परिचय | Balswaroop Raahi ka jeevan parichay | बालस्वरूप राही की जीवनी हिंदी में |  नाम: बालस्वरूप राही जन्म: 16 मई 1936 ई. स्थान: तिमारपुर, दिल्ली पिता: श्री देवीदयाल भटनागर शिक्षा: स्नातकोत्तर  व्यवसाय: कवि, गीतकार कवि बालस्वरूप राही का जीवन परिचय । बालस्वरूप राही भारत के हिंदी कवि और गीतकार हैं। उनका जन्म 16 मई 1936 को ग्राम तिमारपुर, नई दिल्ली में हुआ था। इनके पिता का नाम श्री देवीदयाल भटनागर था। वे अपने गीत और ग़ज़ल के लिए सबसे ज्यादा जाने जाते हैं। उन्होंने हिन्दी फ़िल्मों के लिए कई गीत लिखे हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग के प्रमुख के रूप में काम किया।  बालस्वरूप राही की पुस्तकें: मेरा रूप तुम्हारा दर्पण, जो नितान्त मेरी है, राग विराग, सूरज का रथ, रहि को समझायें कौन, दादी अम्मा मुजे बताऔ, हम सब आगे निकलेंगे, गाल बने गुब्बारें, आदि।

कवि बालकृष्ण राव का जीवन परिचय | Balakrishna Rao ka jeevan parichay | बालकृष्ण राव की जीवनी हिंदी में |

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कवि बालकृष्ण राव का जीवन परिचय | Balakrishna Rao ka jeevan parichay | बालकृष्ण राव की जीवनी हिंदी में |  नाम: बालकृष्ण राव  मृत्यु: सन् 1913 ई. स्थान: प्रयाग, उत्तर प्रदेश स्थान: सन् 1975 -76 ई. बालकृष्ण राव का जीवन परिचय।  बालकृष्ण राव का जन्म इलाहबाद में सन् 1913 में प्रसिद्ध नेता सर सी वाई. चिंतामणि के घर हुआ। इन्होने सन 1937 में आई सी एस. की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। उसके पश्चात ये इंग्लैंड गए और ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी में कुछ समय तक शिक्षा प्राप्त की। श्री राव बचपन से ही काव्य प्रेमी थे। इन्होने छायावादी भावधारा की पहली कविता सन 1931 में लिखी जो की माधुरी में प्रकाशित हुई। बाद में ये नयी कविता के साथ जुड़ गए। ये जीवन भर साहित्यिक गतिविधियों से जुड़े रहे। हिंदी साहित्य संघ लखनऊ, तथा केन्द्रीय हिंदी शिक्षण मंडल, आगरा के अध्यक्ष भी रहे। ये हिंदी साहित्य सम्मलेन प्रमुख समिति के सदस्य रहे। इन्होने माध्यम नामक पत्रिका का संपादन भी किया। ये गोरखपुर तथा आगरा विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर भी रहे। सन 1976 में इनकी मृत्यु हो गयी। बालकृष्ण राव हिन्दी के कवि एवं संपादक थें। ये हि

प्रसून जोशी का जीवन परिचय | Prasoon Joshi ka jeevan parichay | प्रसून जोशी की लघु जीवनी हिन्दी में |

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प्रसून जोशी का जीवन परिचय | Prasoon Joshi ka jeevan parichay | प्रसून जोशी की लघु जीवनी हिन्दी में |  नाम: प्रसून जोशी जन्म: 16 सितम्बर 1968 ई. स्थान: अल्मोडा, उत्तराखंड, भारत पिता: देवेन्द्र कुमार जोशी  माता: सुषमा जोशी पत्नी: अपर्णा जोशी शिक्षा: एम.एससी, एम.बी.ए. व्यवसाय: कवि, लेखक, संचार विशेषज्ञ पुरस्कार: पद्म श्री (2015), फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार (2007, 2008, और 2014), शैलेंद्र सम्मान, आदि। प्रसिद्धि': दिल्ली 6, तारे ज़मीन पर, रंग दे बस्ती, हम तुम, और ‘फना’ जैसी फ़िल्मों में कई सुपरहिट गाने लिखे हैं। पुस्तक: सनशाइन लेन्स, समाधान, दर्द सो रहा है, खुद से बातचीत, मैं और वो, आदि। कवि प्रसून जोशी का जीवन परिचय। प्रसून जोशी  हिन्दी कवि, लेखक, पटकथा लेखक और भारतीय सिनेमा के गीतकार हैं। प्रसून जोशी का जन्म उत्तराखंड के अल्मोड़ा ज़िले के दन्या गाँव में 16 सितम्बर 1968 को हुआ था। उनके पिता का नाम देवेन्द्र कुमार जोशी और माता का नाम सुषमा जोशी है। उनका बचपन एवं उनकी प्रारम्भिक शिक्षा  टिहरी, गोपेश्वर, रुद्रप्रयाग, चमोली एवं  नरेन्द्रनगर में हुई। प्रसून ने भौतिकी में बीएससी

नरोत्तमदास का जीवन जीवन | Narottamdas ka jeevan parichay | नरोत्तमदास की लघु जीवनी हिंदी में |

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नरोत्तमदास का जीवन जीवन | Narottamdas ka jeevan parichay | नरोत्तमदास की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: नरोत्तमदास जन्म: सन 1493 ई. संवत: 1550 स्थान: सीतापुर, उत्तर प्रदेश मृत्यु: सन् 1542 ई., संवत 1605  भाषा: प्रवाहपूर्ण सरस ब्रज भाषा शैली: काव्यात्मक नाट्य शैली छंद: दोहा, कवित्त, सवैया, कुंडली विषय: सगुण भक्ति रचनाएँ: सुदामा चरित, ध्रुव-चरित, विचार माला, नाम-संकीर्तन’ वर्ण्य विषय:  कृष्ण और सुदामा की आदर्श मित्रता, दरिद्रता और भावुकता का सफल चित्रण 👉ध्रुव-चरित 28 छंद ‘रसवती’ पत्रिका में 1968 अंक में प्रकाशित हुआ।  महाकवि नरोत्तमदास का जीवन जीवन । नरोत्तमदास हिन्दी के प्रमुख साहित्यकार थे।  महाकवि नरोत्तमदास का जन्म सन् 1550 विक्रम (तदनुसार 1493 ईसवी) के लगभग वर्तमान उत्तरप्रदेश के सीतापुर जिले में हुआ था। और मृत्यु सन् 1650 (तदनुसार 1542 ईसवी) में हुई। नरोत्तमदास को ब्रज भाषा के कवि कहे जाते हैं। इनकी प्रमुख रचना ‘सुदामा चरित’ एकमात्र खंड काव्य है। ये हिंदी साहित्य की अमूल्य रचना मानी जाती है। हिन्दी साहित्य में ऐसे लोग विरले ही हैं। जिन्होंने मात्र एक या दो रचनाओं के आधार पर हिन्दी

अर्जुन का जीवन परिचय | Arjun ka jeevan parichay | अर्जुन की लघु जीवनी हिंदी में |

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  अर्जुन का जीवन परिचय | Arjun ka jeevan parichay | अर्जुन की लघु जीवनी हिंदी में |हिंदू महाकाव्य महाभारत के नायक अर्जुन  नाम: अर्जुन उपाधि: गाण्डीवधारी राजवंश: चंद्रवंश कुल: यदुकुल पिता: पाण्डु माता: कुन्ती, माद्री(विमाता) गुरु: द्रोणाचार्य मुख्य शस्त्र: धनुष बाण गांडीव धनुष भाई: युधिष्ठिर, भीम, नकुल, सहदेव, कर्ण पत्नी: द्रौपदी, सुभद्रा, उलूपी, चित्रांगदा, संतान: द्रौपदी से 'श्रुतकर्मा' और सुभद्रा से 'अभिमन्यु', उलूपी से 'इरावत', चित्रांगदा से 'वभ्रुवाहन', नामक पुत्रों की प्राप्ति हुई। विद्या पारंगत: धनुर्विद्या में पारंगत व्यवसाय: क्षत्रिय समय-काल: महाभारत काल महाजनपद: कुरु शासन-राज्य: हस्तिनापुर, इन्द्रप्रस्थ जन्म विवरण: कुन्ती द्वारा इन्द्र का आवाहन करने से प्राप्त पुत्र अर्जुन। मृत्यु: "मैं एक ही दिन में शत्रुओं को भस्म कर डालूँगा" किन्तु ऐसा किया नहीं, इसी कारण इनकी मृत्यु स्वर्ग जाते समय मार्ग में हो गई। अर्जुन के दस नाम: अर्जुन, फाल्गुन, जिष्णु, किरीटी, श्वेतवाहन, बीभत्सु, विजय, कृष्ण, सव्यसाची, धनंजय।

नरेश मेहता का जीवन परिचय | Naresh Mehta ka jeevan parichay | नरेश मेहता की लघु जीवनी हिंदी में |

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  नरेश मेहता का जीवन परिचय | Naresh Mehta ka jeevan parichay | नरेश मेहता की लघु जीवनी हिंदी में |  मूलनाम: पूर्णशंकर नाम: नरेश मेहता जन्म: 15 फरवरी 1922 ई. स्थान: शाजापुर, मध्य प्रदेश मृत्यु: 22 नवंबर 2000 ई. स्थान: भोपाल, मध्य प्रदेश पिता: पंडित बिहारीलाल पत्नी: महिमा मेहता विद्यालय: बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय  शिक्षा: एम.ए. प्रसिद्धि: दूसरे सप्तक कवि पेशा: लेखक, कवि भाषा: खड़ीबोली हिंदी उपाधि: नरेश पुरस्कार: साहित्य अकादमी पुरस्कार 1988, ज्ञानपीठ पुरस्कार 1992,  प्रसिद्ध रचना: अरण्या, उत्तर कथा, चैत्या, दो एकान्त, प्रवाद पर्व, पुरुष, आदि। रचनाएँ: काव्य-संग्रह:- बनपाखी! सुनो!!, बोलने दो चीड़ को, मेरा समर्पित एकांत, उत्सवा, तुम मेरा मौन हो, अरण्या, आख़िर समुद्र से तात्पर्य, पिछले दिनों नंगे पैरों, देखना एक दिन, तुम मेरा मौन हो, चैत्या, खंडकाव्य:- संशय की एक रात, महाप्रस्थान, प्रवाद पर्व, शबरी, प्रार्थना पुरुष, पुरुष,  उपन्यास:- डूबते मस्तूल, यह पथ बंधु था, धूमकेतु: एक श्रुति, नदी यशस्वी है, दो एकांत, प्रथम फाल्गुन, उत्तरकथा भाग-1, उत्तरकथा भाग-2,  कहानी-संग्रह:- तथापि, एक समर्पित महिला

धर्मवीर भारती का जीवन परिचय | Dharamveer Bharti ka jeevan parichay | धर्मवीर भारती की लघु जीवनी हिंदी में |

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धर्मवीर भारती का जीवन परिचय | Dharamveer Bharti ka jeevan parichay | धर्मवीर भारती की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: धर्मवीर भारती जन्म्: 25 दिसम्बर 1926 ई. स्थान: इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश मृत्यु: 4 सितम्बर 1997 ई. स्थान: मुंबई, भारत पिता: चिरंजीव लाल  माता: चंदा देवी पत्नी: कान्ता भारती और पुष्पा भारती शिक्षा: एम.ए. (हिन्दी), पी-एच डी,  विद्यालय: इलाहाबाद विश्वविद्यालय पेशा: लेखक, पत्रकार, निबन्धकार, उपन्यासकार, कवि, विषय: गद्य, पद्य, नाटक तथा उपन्यास भाषा: हिंदी, खड़ी बोली  साहित्य काल: आधुनिक काल  शैली: भावात्मक, वर्णनात्मक, शब्द चित्रात्मक आलोचनात्मक हास्य व्यंग्यात्मक। पुरस्कार: पद्म श्री 1972, भारत भारती सम्मान, महाराष्ट्र गौरव 1994, कौड़िया न्यास, व्यास सम्मान, आदि। प्रसिद्ध रचना: गुनाहों का देवता, ठण्डा लोहा, कनुप्रिया, अंधा युग, नदी प्यासी थी, आदि। रचनाएँ: कहानी संग्रह:- मुर्दों का गाँव 1946, स्वर्ग और पृथ्वी 1949 , चाँद और टूटे हुए लोग 1955, बंद गली का आखिरी मकान 1969, साँस की कलम से,। काव्य:- ठंडा लोहा 1952, सात गीत वर्ष1959, कनुप्रिया 1959, सपना अभी भी 1993, आद्यन्त 1999, देशांत

हिन्दी के पहले कवि, महाकवि चंदबरदाई का जीवन परिचय | Chandbardai ka jeevan parichay | चंदबरदाई की लघु जीवनी हिंदी में

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  हिन्दी के पहले कवि, महाकवि चंदबरदाई का जीवन परिचय | Chandbardai ka jeevan parichay | चंदबरदाई की लघु जीवनी हिंदी में | मूल नाम: बलिद्ध्य नाम: चंदबरदाई जन्म: संवत 1205 सन् 1148 ई. स्थान: लाहौर वर्तमान पाकिस्तान  मृत्यु: संवत 1249 सन् 1192 ई. स्थान: ग़ज़नी, अफ़ग़ानिस्तान पत्नी: कमला, गौरान  पुत्र: जल्हण भाषा: ब्रजभाषा प्रसिद्ध ग्रन्थ: पृथ्वीराज रासो पुरस्कार: महाकवि पेशा: राजकवि रचनाएँ: पृथ्वीराज रासो 👉चंदबरदाई दिल्ली के अंतिम हिंदू सम्राट, महाराजा पृथ्वीराज के सामंत और राजकवि के रूप में प्रसिद्ध हैं। 👉चंदवरदाई का प्रसिद्ध ग्रंथ “पृथ्वीराजरासो”  है। 👉पृथ्वीराज का दरबारी कवि चंद बरदाई है। 👉पृथ्वीराज रासो का मुख्य रस शृंगार तथा वीर रस की प्रधानता है।  👉चंद्रवरदाई सम्राट 'पृथ्वीराज चौहान' के दरबारी कवि थे। 👉पृथ्वीराज रासो में कुल 69 स्वर्ग है। 👉पृथ्वीराज रासो में 68 छंदो का प्रयोग है। 👉पृथ्वीराज रासो को चंदबरदाई के पुत्र जल्हण ने पूरा किया है। 👉 आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने चंदबरदाई को हिंदी का प्रथम महाकवि कहा है। चंदबरदाई का जीवन परिचय। चंदबरदाई हिन्दी साहित्य के आदिकालीन 

गोपालदास नीरज का जीवन परिचय | Gopaldas Neeraj ka jeevan parichay | गोपालदास नीरज की जीवनी हिंदी में |

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गोपालदास नीरज का जीवन परिचय | Gopaldas Neeraj ka jeevan parichay | गोपालदास नीरज की जीवनी हिंदी में |  पूरानाम: गोपालदास सक्सैना 'नीरज' उपनाम: नीरज,  जन्म: 4 जनवरी 1925 ई स्थान: इटावा, उत्तर प्रदेश, मृत्यु: 19 जुलाई 2018 ई. स्थान: दिल्ली, भारत पिता: बाबू ब्रजकिशोर माता: श्रीमती सुखदेवी  पत्नी: सावित्री देवी  शिक्षा: स्नातकोत्तर पेशा: गीतकार, कवि, प्रोफेसर साहित्य काल: आधुनिक काल  पुरस्कार : पद्म भूषण, विश्व उर्दू परिषद् पुरस्कार, पद्म भूषण सम्मान 2007, फिल्म फेयर पुरस्कार, यश भारती सम्मान, आदि। रचनाएँ: संघर्ष  1944, अन्तर्ध्वनि 1946, विभावरी  1948, प्राणगीत  1951, दर्द दिया है 1956, बादर बरस गयो  1957, मुक्तकी  1958, दो गीत  1958, नीरज की पाती  1958, गीत भी अगीत भी  1959, आसावरी  1963, नदी किनारे  1963, लहर पुकारे  1963, कारवाँ गुजर गया  1964, फिर दीप जलेगा  1970, तुम्हारे लिये  1972, नीरज की गीतिकाएँ  1987, काव्य संग्रह:- बादर बसर गयौ, प्राण गीत, नदी किनारे, लहर पुकारे, आदि। गोपालदास सक्सेना 'नीरज' का जीवन परिचय। गोपालदास सक्सेना उनके उपनाम नीरज से जाने जाते हैं। एक भा

कुँवर नारायण का जीवन परिचय | Kunwar Narayan ka jeevan parichay | कुँवर नारायण की लघु जीवनी हिन्दी में |

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कुँवर नारायण का जीवन परिचय | Kunwar Narayan ka jeevan parichay | कुँवर नारायण की लघु जीवनी हिन्दी में | नाम: कुँवर नारायण जन्म: 19 सितंबर 1927 स्थान: उत्तर प्रदेश, भारत मृत्यु: 15 नवंबर 2017 स्थान: नई दिल्ली, भारत पिता: विष्णु नारायण विद्यालय: लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षा: एम.ए. (अंग्रेज़ी साहित्य) पेशा: कवि, लेखक काल: आधुनिक काल विधा: गद्य और पद्य  विषय: कविता, खंडकाव्य, कहानी, समीक्षा आंदोलन: नई कविता, पुरस्कार: ज्ञानपीठ पुरस्कार, साहित्य अकादमी पुरस्कार, व्यास सम्मान 1995, कुमार आशान पुरस्कार, प्रेमचंद पुरस्कार, तुलसी पुरस्कार, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान पुरस्कार, राष्ट्रीय कबीर सम्मान, शलाका सम्मान, अन्तर्राष्ट्रीय प्रीमियो फ़ेरेनिया सम्मान, पद्मभूषण, आदि। रचनाएँ: कविता संग्रह:- चक्रव्यूह 1956, तीसरा सप्तक 1959, परिवेश: हम-तुम 1962, अपने सामने 1979, कोई दूसरा नहीं 1993, इन दिनों 2002, हाशिए के सिवा 2009, कविता केओबे 1993, खंड काव्य:- आत्मजयी 1965, और वाजश्रवा के सिद्धांत 2008,। कहानी संग्रह:- आर्कन्स के आस-पास(1973)। समीक्षा विचार:- आज और आज से पहले 1998, मेरा साक्षात्कार 1999, साह

कुँवर बेचैन का जीवन परिचय | Kunwar Bechain ka jeevan parichay | कुँवर बेचैन की लघु जीवनी हिंदी में |

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  कुँवर बेचैन का जीवन परिचय | Kunwar Bechain ka jeevan parichay | कुँवर बेचैन की लघु जीवनी हिंदी में | पूरानाम: कुँअर बहादुर सक्सेना उपनाम: कुँवर बेचैन जन्म: 1 जुलाई 1942 ई. स्थान: मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश मृत्यु: 29 अप्रैल 2021 ई. पिता: नारायणदास सक्सैना माता: गंगादेवी,  पत्नी: संतोष कुंवर शिक्षा: एम.ए., पीएच.डी.,  पेशा: लेखक, कवि, संगीतकार पुरस्कार: हिंदी गौरव सम्मान, साहित्यक भूषण पुरस्कार रचनाएँ: कविता संग्रह:- नदी तुम रुक क्यों गई 1997, शब्दः एक लालटेन 1997, पाँचाली (महाकाव्य), गीत संग्रह:- पिन बहुत सारे 1972, भीतर साँकलः बाहर साँकल 1978, उर्वशी हो तुम (1987, झुलसो मत मोरपंख 1990, एक दीप चौमुखी 1997, नदी पसीने की 2005, दिन दिवंगत हुए 2005,  ग़ज़ल संग्रह:- शामियाने काँच के 1983, आग पर कंदील 1993, आँधियों में पेड़ 1997, आठ सुरों की बाँसुरी 1997, आँगन की अलगनी 1997, तो सुबह हो 2000, कोई आवाज़ देता है 2005, आदि। कुँवर बेचैन का जीवन परिचय । कुँवर बेचैन भारत के हिन्दी कवि थे। वह गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश के निवासी थे। कुंवर बेचैन जी हिंदी के प्रमुख कवि हैं। डॉ. कुँवर बेचैन का जन्म 1 जुलाई

केदारनाथ सिंह का जीवन परिचय | Kedarnath Singh ka jeevan parichay | केदारनाथ सिंह की लघु जीवनी हिंदी में |

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केदारनाथ सिंह का जीवन परिचय | Kedarnath Singh ka jeevan parichay | केदारनाथ सिंह की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: केदारनाथ सिंह  जन्म: 7 जुलाई 1934 ई. स्थान: चकिया,(उ०प्र०), भारत मृत्यु: 19 मार्च 2018 ई. स्थान: नई दिल्ली, भारत पिता: डोमन सिंह  माता: लालझरी देवी  शिक्षा: एम.ए. (हिंदी), पीएचडी, विद्यालय: काशी हिंदू विश्वविद्यालय  पेशा: कवि, लेखक भाषा: साहित्यिक खड़ीबोली। शैली: मुक्तक। लेखन विधा: कविता, निबन्ध, कहानी। पुरस्कार: साहित्य अकादमी पुरस्कार (1989), ज्ञानपीठ पुरस्कार (2013), व्यास पुरस्कार,  साहित्य में स्थान: काव्य-साहित्य के आधुनिक कवियों में महत्त्वपूर्ण स्थान। रचनाएँ: कविता संग्रह:- अभी बिल्कुल अभी 1960, जमीन पक रही है 1980, यहाँ से देखो 1983, बाघ 1996, अकाल में सारस 1988, उत्तर कबीर और अन्य कविताएँ 1995, तालस्ताय और साइकिल 2005, सृष्टि पर पहरा 2014, आलोचना:- कल्पना और छायावाद, आधुनिक हिंदी कविता में बिंबविधान, मेरे साक्षात्कार, संपादन:- ताना-बाना, समकालीन रूसी कविताएँ, कविता दशक, साखी, निबंध और कहानियाँ:- मेरे समय के शब्द, कल्पना और छायावाद, हिंदी कविता में बिंब विधान, कब्रिस

केदारनाथ अग्रवाल का जीवन परिचय | Kedarnath Agarwal ka jeevan parichay | केदारनाथ अग्रवाल की लघु जीवनी हिंदी में |

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  केदारनाथ अग्रवाल का जीवन परिचय | Kedarnath Agarwal ka jeevan parichay | केदारनाथ अग्रवाल की लघु जीवनी हिंदी में |  नाम: केदारनाथ अग्रवाल जन्म: 1 अप्रैल 1911 ई. स्थान: कमासिन, उत्तर प्रदेश मृत्यु: 22 जून 2000 ई. पिता: हनुमान प्रसाद गुप्ता माता: घसीटो देवी विद्यालय: इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षा: बी.ए., वकालत भाषा: सरल-सहज, सीधी-ठेठ, पेशा: कवि, लेखक शैली: मुक्तक शैली साहित्य काल: प्रगतिवादी काव्यधारा विधाएँ: निबन्ध, उपन्यास, यात्रावृत्त, पत्र-साहित्य तथा कविता आदि। पुरस्कार: सोवियतलैंड नेहरू पुरस्कार, साहित्य अकादमी पुरस्कार, हिंदी संस्थान पुरस्कार, तुलसी पुरस्कार, मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार, आदि। रचनाएँ: युग की गंगा, नींद के बादल, लोक और आलोक, फूल नहीं रंग बोलते हैं, आग का आइना, बम्बई का रक्तस्नान, गुलमेंहदी, पंख और पटवार, मर प्यार की थापें, वह मेरी तुम, कहिन केदार खरी खरी, अपूर्वा, वाह चिड़िया जो, जामुन जल तुमज़सा, बोले बोल अबोल, जो शिलाएं तोड़ते हैं, आत्मा गंध, अन्हारी हरियाली, खुली आंखें खुली दिने,पुष्पदीप, अनहारी हरियाली, पहला पानी, मैना, जीवन से, यात्रा संस्मरण:- बस्ती खिले गुलाबो

उमेश चन्द्र बनर्जी का जीवन परिचय | Umesh Chandra Banerjee ka jeevan parichay | वोमेश चंद्र बनर्जी की जीवनी हिंदी में |

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उमेश चन्द्र बनर्जी का जीवन परिचय | Umesh Chandra Banerjee ka jeevan parichay | वोमेश चंद्र बनर्जी की जीवनी हिंदी में |  पूरानाम: वोमेश चंदर बोनर्जी अन्यनाम: उमेश चन्द्र बनर्जी जन्म: 29 दिसम्बर 1844 ई. स्थान: कलकत्ता, ब्रितानी भारत मृत्यु: 21 जुलाई 1906 ई. स्थान: क्रॉयडन, इंग्लैंड पत्नी: हेमांगीनी मोतीलाल शिक्षा: द ओरिएंटल सेमिनरी, हिंदू स्कूल पार्टी: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पद: कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष पेशा: वकील प्रसिद्धि: उच्च न्यायालय के प्रमुख वक़ील 👉इलाहाबाद में 1892 ई. में हुए कांग्रेस अधिवेशन का अध्यक्ष बनाया गया था। 👉भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले और 8वें अध्यक्ष 1885 से 1886 औफ 1892 से 1893तक। 👉1901 में वह कलकत्ता बार से सेवानिवृत्त हुए। 👉1902 ई. में वे इंग्लैंड जाकर बस गये। 👉वह एक सह-संस्थापक और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले अध्यक्ष थे । 👉वह एक स्थायी वकील के रूप में कार्य करने वाले पहले भारतीय थे । उमेश चन्द्र बनर्जी का जीवन परिचय । वोमेश चंद्र बनर्जी या उमेश चन्द्र बनर्जी का जन्म 29 दिसंबर 1844 में कलकत्ता के एक उच्च मध्यम वर्ग के कुलीन ब्राह्मण परिवार में ह

हास्य कवि, काका हाथरसी का जीवन परिचय |काका हाथरसी की सभी रचनाएँ | Kaka Hathrasi ka jeevan parichay | प्रभुलाल गर्ग की जीवनी हिन्दी में |

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हास्य कवि, काका हाथरसी का जीवन परिचय |काका हाथरसी की सभी रचनाएँ | Kaka Hathrasi ka jeevan parichay | प्रभुलाल गर्ग की जीवनी हिन्दी में |  पूरानाम: प्रभुलाल गर्ग उर्फ़ काका हाथरसी असली नाम: प्रभुलाल गर्ग उपनाम: काका हाथरसी जन्म: 18 सितम्बर 1906 ई. स्थान: हाथरस, उत्तर प्रदेश, भारत मृत्यु: 18 सितम्बर 1995 ई. पिता: शिवलाल गर्ग माता: बरफी देवी पत्नी: रतन देवी पेशा: व्यंग्यकार, हास्य कवि-लेखक प्रसिद्धि: हास्य कवि फिल्म: जमुना किनारे पुरस्कार: कला रत्न (1966), पद्मश्री (1985), आनरेरी सिटीजन (1989),  रचनाएँ: काका के चुटकुले, काका की फुलझड़ियाँ, खिलखिलाहट, काका तरंग, यार सप्तक, काका के व्यंग्य बाण काका, जय बोलो बेईमान की, काका के प्रहसन, कूटनीति मंथन करि, काका के कारतूस, काकादूत, हंसगुल्ले, काका के कहकहे, भ्रष्टाचार, दहेज की बारात, सफल नेता, सफल लेखक, शिक्षा-पद्धति, मँहगाई, काका की चौपाल, हास्य के गुब्बारे, आदि। 👉काका हाथरसी के नाम से चलाया गया। 'काका हाथरसी पुरस्कार' प्रतिवर्ष एक सर्वश्रेष्ठ हास्य कवि को प्रदान किया जाता है। 👉1989 में काका को अमेरिका के वाल्टीमौर ने 'आनरेरी सिट

उमाजी नाईक का जीवन परिचय | Umaji Naik ka jeevan parichay | उमाजी नाईक की जीवनी हिन्दी में |

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उमाजी नाईक का जीवन परिचय | Umaji Naik ka jeevan parichay | उमाजी नाईक की जीवनी हिन्दी में |  उपनाम: विश्व क्रान्तिवीर नरवीर राजे उमाजी नाईक नाम: उमाजी नाईक जन्म: 7 सितम्बर 1791 ई. स्थान: भिवाडी, महाराष्ट्र, भारत मृत्यु: 3 फ़रवरी 1832 ई. स्थान: पुणे, भारत मौत की कारण: फाँसी माता: लक्ष्मीबाई नाइक खोमाने,  माता: दादाजी नाइक खोमाने प्रसिद्धि: भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन उमाजी नाईक का जीवन परिचय |   उमाजी नाईक  एक भारतीय क्रांतिकारी थे। जिन्होंने 1826 से 1832 के आसपास भारत में ब्रिटिश शासन को चुनौती दी थी। वह भारत के शुरुआती स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे।उन्होंने ईस्ट इंडिया कंपनी और कंपनी शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी उन्हें सम्मान से विश्व क्रांतिवीर राजे उमाजी नाईक कहते हैं। नरवीर उमाजी नाईक का जन्म 7 सितंबर 1791 को रामोशी जनजाति में पुणे जिले के पुरन्दर तहसील के भिवडी गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम दादाजी नाइक खोमाने और माता का नाम लक्ष्मीबाई नाइक खोमाने था। वह रामोशी समुदाय से थे। जो मराठा काल के दौरान तेलंगाना से आकर महाराष्ट्र में बस गए थे। लेकिन बाद में ब्रिटिश शासन के दौरान उन्हें च

कबीर दास का जीवन परिचय | कबीर दास की सभी रचनाएँ | Kabir Das ka jeevan parichay | कबीर दास की जीवनी हिन्दी में |

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कबीर दास का जीवन परिचय | कबीर दास की सभी रचनाएँ | Kabir Das ka jeevan parichay | कबीर दास की जीवनी हिन्दी में |  उपनाम: कबीरदास,कबीर परमेश्वर,कबीर साहेब पूरा नाम: कबीर दास जन्म: सन् 1398 ई.(वि.सं.1455) स्थान: वाराणसी, भारत मृत्यु: सन् 1518 ई.  स्थान: मगहर, u.p, भारत माता: नीरु (पालनहारी) पिता: नीमा (जुलहा दंपती) पत्नी: लोई बच्चे: कमली , कमल शिक्षा: पढे लिखे नही थे गुरु: रामानंद प्रसिद्धि: कवि, संत, दार्शनिक  कर्मभूमि : काशी, बनारस कर्मक्षेत्र: समाज सुधारक कवि मुख्य रुचियाँ: रहस्यवाद, आस्तिकता, समन्वयवाद, कविता काल: भक्तिकाल के कवि  शैली: खण्डनात्मक, उपदेशात्मक, अनुभूति व्यंजक भाषा: अवधी, सधुक्कड़ी, पंचमेल खिचड़ी रचनाएँ: बीजक (सखी सबद रैमनी), अनुराग सागर, कबीर दोहावली, कबीर के दोहे, अगाध-मंगल, अनुराग सागर, अमर मूल, अक्षर खंड रमैनी, अक्षर भेद की रमैनी, उग्र गीता, कबीर की वाणी, कबीर, कबीर गोरख की गोष्ठी, कबीर की साखी, बीजक, ब्रह्म निरूपण, मुहम्मद बोध, रेख़्ता विचार माला, विवेकसागर, शब्दावली, हंस मुक्तावली, ज्ञान सागर, आदि प्रमुख ग्रंथ हैं। कबीर की शिक्षाएं: सभी को ईश्वर के प्रति समर्पित

मौलाना उबैदुल्लाह सिंधी का जीवन परिचय | Maulana Ubaidullah Sindhi ka parichay | उबैदुल्लाह की जीवनी हिन्दी में |

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  मौलाना उबैदुल्लाह सिंधी का जीवन परिचय | Maulana Ubaidullah Sindhi ka parichay | उबैदुल्लाह की जीवनी हिन्दी में |   नाम: मौलाना उबैदुल्लाह सिंधी जन्म: 10 मार्च 1872 ई. स्थान: सियालकोट, पंजाब, ब्रिटिश भारत मृत्यु: 21 अगस्त 1944 ई. स्थानष: पंजाब, ब्रिटिश भारत,  शिक्षा: दारुल उलूम देवबंद (स्नातक) पेशा: राजनीतिक कार्यकर्ता, इस्लामिक दार्शनिक, विद्वान आंदोलन: देवबंदी 👉भारत की अस्थायी सरकार के गृह मंत्री कार्यालय में 1 दिसंबर 1915 से जनवरी 1919  मौलाना उबैदुल्लाह सिंधी का जीवन परिचय | उबैदुल्लाह का जन्म 10 मार्च 1872 को ब्रिटिश भारत के पंजाब के सियालकोट जिले में एक  सिख खत्री परिवार में बूटा सिंह उप्पल के रूप में हुआ था। उबैदुल्लाह के जन्म से चार महीने पहले उनके पिता की मृत्यु हो गई और बच्चे का पालन-पोषण उसके दादा ने दो साल तक किया। दादाजी की मृत्यु के बाद उनकी माँ उन्हें अपने नाना के घर अपने पिता की देखभाल के लिए ले गईं। बाद में जब उनके नाना की मृत्यु हो गई। तो युवा बूटा सिंह को ब्रिटिश भारत के पंजाब के जामपुर तहसील  में उनके चाचा की देखभाल का जिम्मा सौंपा गया। बूटा सिंह उप्पल ने 15 साल क

उदय प्रकाश का जीवन परिचय | uday prakaash ka jeevan parichay | उदय प्रकाश की जीवनी हिंदी में |

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  उदय प्रकाश का जीवन परिचय | uday prakaash ka jeevan parichay | उदय प्रकाश की जीवनी हिंदी में |  नाम: उदय प्रकाश जन्म: 1 जनवरी 1952 ई. स्थान:  अनुपपुर, मध्य प्रदेश, भारत माता: गंगा देवी  पिता: प्रेम कुमार सिंह शिक्षा: एमए, बीएससी (हिंदी), सागर विश्वविद्यालय, मध्य प्रदेश। पेशा: कवि, कथाकार, पत्रकार और फ़िल्मकार शैली: उपन्यास, कविता, अनुवाद लेख, टीवी और फ़िल्में, पुरस्कार: साहित्य अकादमी पुरस्कार (2010), भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार (1980), रूस का प्रतिष्ठित अन्तराष्ट्रीय पूश्किन सम्मान (2007) रचनाएँ: कविता संग्रह:- सुनो कारीगर, अबूतर कबूतर, रात में हारमोनियम, एक भाषा हुआ करती है, कवि ने कहा।,  कहानी संग्रह:- दरियायी घोड़ा,1989, पेज़, 1989, अरेबा परेबा, और अंत में प्रार्थना, मोहनदास 2006, मैंगोसिल, पीली छतरीवाली लड़की 2001, राम सजीवन की प्रेमकथा, मेंगोलिस, तिरिछ, दिल्ली की दीवार।, निबंध संग्रह:- ईश्वर की आंख, नयी सदी का पंचतंत्र,  अनुवाद:- इंदिरा गांधी की आखिरी लड़ाई, कला अनुभव, रोम्यां रोलां का भारत, लाल घास पर नीले घोड़े, नेरूदा, कवाफ़ी,  👉1980 भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार। 👉1999 हिंदी अ

उच्छंगराय नवलशंकर ढेबर का जीवन परिचय | Uchhangarai Navalshankar Dhebar ka jeevan parichay | यू एन ढेबर की जीवनी हिंदी में |

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उच्छंगराय नवलशंकर ढेबर का जीवन परिचय | Uchhangarai Navalshankar Dhebar ka jeevan parichay | यू एन ढेबर की जीवनी हिंदी में | पूरा नाम: उच्छंगराय नवलशंकर ढेबर अन्यनाम: यू.एन. ढेबर (U.N.Dhebar) जन्म: 21 सितम्बर 1905 ई. भारत निधन: 11 मार्च 1977 ई. पेशा: वकील, राजनीतिज्ञ पार्टी : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पद: लोकसभा सदस्य, मुख्यमंत्री सौराष्ट्र राज्य प्रसिद्धि: स्वतन्त्रता सेनानी तथा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष,  पुरस्कार: पद्म विभूषण 👉सौराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय 1948 से 1954 तक। 👉भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष 1955 से 1959 तक। 👉संसद के सदस्य 1962 से 1967 तक। 👉सौराष्ट्र क्षेत्र में कुटीर उद्योगों को आगे बढ़ाने का श्रेय ढेबर भाई को ही जाता है। 👉1964 में उन्हें परिगणित जाते क्षेत्र कमीशन का अध्यक्ष बनाया गया। 👉1962 से 1964 तक वे ‘भारतीय आदिम जाति संघ’ के अध्यक्ष रहे। 👉1963 में उन्होंने खादी ग्रामोद्योग कमीशन के अध्यक्ष का पद भी संभाला। उच्छंगराय नवलशंकर ढेबर का जीवन परिचय | उच्छंगराय नवलशंकर ढेबर भारतीय स्वतन्त्रता के सेनानी थे। जो 1948 से 1954 तक सौराष्ट्र राज्य क